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Samundra Gautam
हमने सीने में लगाया दिल ने अपना हो सका तुमने मुस्कुरा कर देखा दिल तुम्हारा हो गया ©Samundra Gautam #maaPapa हमने सिंह ने लगाया दिल ने अपना हो सका
ReetZindagiKi
Copyright © - @reetzindagiki लगाया दिल बोहोत पर दिल लगा नही। तेरे जैसा कोई हमको मिला नही।। #quotesaboutlife #quotestoliveby followforfollow #quoteoftheday #कविता #followforfollowback #quotestag
read moreyogesh atmaram ambawale
हम थे अच्छे भले,दिल ने हमे डुबोया, जब लगाया दिल तुमसे,तुम्हे अपना बनाना चाहा. चाहते थे हर वक्त साथ रहे,तुम्हारे प्यार की छाया. नाकाम हुई जब मोहब्बत तो, भीड मे भी तन्हा पाया. क्या गलती थी हमारी,हमने तो था सिर्फ दिल लगाया. हम तो थे अच्छे भले दिल ने हमे डुबोया. ये ज़िन्दगी का दरिया हम पार कर ही जाते अफ़सोस, किनारे पर दिल ने हमें डुबोया #दिलनेडुबोया #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating wit
ये ज़िन्दगी का दरिया हम पार कर ही जाते अफ़सोस, किनारे पर दिल ने हमें डुबोया #दिलनेडुबोया #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating wit
read moreFIROZ KHAN ALFAAZ
फूलों से दिल लगाया, दिल चाक कर गए ! काँटों से दिल लगाया तो ज़ख़्म भर गए ! -1 रफ़ीक़-ए-दिल भी और दुश्मन-ए-जाँ भी, मोहब्बत भी क्या खूब शग़्ल होती है ! -2 क्यूँ लग गई है मेरी ख़ुशियों को बद-नज़र, हँसता तो हूँ पर अब दिल से हँसता मैं नहीं हूँ ! -3 एक राज़ कहते-कहते मैं रुक जाता था अक्सर, लेकिन ग़ज़ल में ज़ाहिर हर राज़ हो गया ! -4 ये तन्हाईयाँ जिस्म में काँटों की तरह चुभती हैं, मरहम न सही, शामिल-ए-हाल बनके चले आओ ! -5 ©® फिरोज़ खान अल्फ़ाज़ नागपुर , प्रोपर औरंगाबाद बिहार स0स0~9231/2017 फूलों से दिल लगाया, दिल चाक कर गए ! काँटों से दिल लगाया तो ज़ख़्म भर गए ! -1 रफ़ीक़-ए-दिल भी और दुश्मन-ए-जाँ भी, मोहब्बत भी क्या खूब शग़्ल होती
फूलों से दिल लगाया, दिल चाक कर गए ! काँटों से दिल लगाया तो ज़ख़्म भर गए ! -1 रफ़ीक़-ए-दिल भी और दुश्मन-ए-जाँ भी, मोहब्बत भी क्या खूब शग़्ल होती
read moreTera Sukhi
अपनी अपनी मंज़िलें अपनी अपनी राहें है मेरे शहर के लोगों के मुझसे फेरी निगाहें है * अपनी अपनी * अपनी अपनी मंज़िलें अपनी अपनी राहें है मेरे शहर के लोगों के मुझसे फेरी निगाहें है ऊँचा दर मेरे यार के दिल की मोब्बत का लगा
* अपनी अपनी * अपनी अपनी मंज़िलें अपनी अपनी राहें है मेरे शहर के लोगों के मुझसे फेरी निगाहें है ऊँचा दर मेरे यार के दिल की मोब्बत का लगा #2liners #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #nazam #terasukhi #terasukhiquotes #अपनीमंज़िलें
read morePoonam Suyal
ज़िंदगी शतरंज सी (अनुशीर्षक में पढ़ें) ज़िंदगी शतरंज सी ज़िंदगी रही हमारी शतरंज के खेल की तरह चाहे पासे सही पड़े या गलत, जीने की ढूंढ ही ली हमने वज़ह हर कोई चलता रहा हमारे सं
ज़िंदगी शतरंज सी ज़िंदगी रही हमारी शतरंज के खेल की तरह चाहे पासे सही पड़े या गलत, जीने की ढूंढ ही ली हमने वज़ह हर कोई चलता रहा हमारे सं #yqbaba #yqdidi #aestheticthoughts #picturesthatspeak #yqaestheticthought #atpaidtask #atlifegame
read morePoonam Suyal
ज़िंदगी शतरंज सी ज़िंदगी रही हमारी शतरंज के खेल की तरह चाहे पासे सही पड़े या गलत, जीने की ढूंढ ही ली हमने वज़ह हर कोई चलता रहा हमारे संग नित नई चाल अपने आत्मविश्वास को सदा बना कर रखा हमने अपनी ढाल हर इक मोड़ पर मिले हमको ऐसे प्यादे जिन्होंने खड़ी तो कीं रुकावटें, जीने के भी सिखा दिए कायदे (अनुशीर्षक में पढ़ें) ©Poonam Suyal ज़िंदगी शतरंज सी ज़िंदगी रही हमारी शतरंज के खेल की तरह चाहे पासे सही पड़े या गलत, जीने की ढूंढ ही ली हमने वज़ह हर कोई चलता रहा हमारे सं
ज़िंदगी शतरंज सी ज़िंदगी रही हमारी शतरंज के खेल की तरह चाहे पासे सही पड़े या गलत, जीने की ढूंढ ही ली हमने वज़ह हर कोई चलता रहा हमारे सं #Chess #Hindi #poem #kavita #कविता #nojotohindi #nojotoapp #hindi_poetry
read moreFIROZ KHAN ALFAAZ
रफ़ीक़-ए-दिल भी और दुश्मन-ए-जाँ भी, मोहब्बत भी क्या खूब शग़्ल होती है ! - 1 फूलों से दिल लगाया, दिल चाक कर गए ! काँटों से दिल लगाया तो ज़ख़्म भर गए ! - 2 एक राज़ कहते-कहते मैं रुक जाता था अक्सर, लेकिन ग़ज़ल में ज़ाहिर हर राज़ हो गया ! - 3 यूँ भी हुआ कि एक रात हम सौदाई हो गए, ख़ुद को ही ख़ुद हँसाया और हंसा करके रो लिए ! - 4 वो भंवर था हमने जिसको साहिल समझा, अब तो जाँ पे बन आया है वफ़ाओं का सफ़र ! - 5 मुझे सुलझाने की ज़िद में, उलझ तू जाएगा ख़ुद ही, कभी ज़िद्दी, कभी जंगली, कभी अक़्ला मेरा मन है ! - 6 बेशक मैं तेरी सोच का हिस्सा हूँ आज भी, अफ़सोस कि तेरे जिस्म का साया मैं नहीं हूँ ! - 7 पानी में अक्स देखते हैं, लहरों को ख़ता देते हैं, ग़ैरों की ग़ल्तियों की अपनों को सज़ा देते हैं ! - 8 मज़ा इसमें भी है कि उनको जलाया जाए, कि जिनसे रूठने में भी मज़ा, जिनको मनाने में भी ! - 9 कब तलक जलता रहूँ मुसलसल मैं तपिश में, उरूज न सही, मेरा ज़वाल बनके चले आओ ! - 10 ©® फिरोज़ खान अल्फ़ाज़ नागपुर ,प्रोपर औरंगाबाद,बिहार स0स0-9231/2017 रफ़ीक़-ए-दिल भी और दुश्मन-ए-जाँ भी, मोहब्बत भी क्या खूब शग़्ल होती है ! - 1 फूलों से दिल लगाया, दिल चाक कर गए ! काँटों से दिल लगाया तो ज़ख़्म भ
रफ़ीक़-ए-दिल भी और दुश्मन-ए-जाँ भी, मोहब्बत भी क्या खूब शग़्ल होती है ! - 1 फूलों से दिल लगाया, दिल चाक कर गए ! काँटों से दिल लगाया तो ज़ख़्म भ
read moreHarshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कभी लगा कुछ अरमानों को दिल से निकाल दूं कभी लगता ये फितूर दिमाग़ से निकाल कर फेंक दूं SEE CAPTION #respect #women #deep #yqbaba #yqdidi #yqquotes Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat कभी लगा कुछ अरमानों को दिल से निकाल दूं कभी लगता ये फितू