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Anupama Jha
गौर वर्ण पर रूप सदैव इतराया है श्वेत बालों को अपने रंग रंगकर काला रंग धीमे से मुस्काया है #गौर#वर्ण #काला #yqdidi
@nil J@in R@J
माँ महागौरी मंत्र 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महागौर्ये नम:।' स्तुति गौर वर्ण, श्वेताम्बरधरा चार भुजा, वाहन वृषभा डमरूधारी शिवअर्धांग्नि महागौरी शुभ: नमो नमः !! #NojotoQuote माँ महागौरी मंत्र 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महागौर्ये नम:।' स्तुति
माँ महागौरी मंत्र 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महागौर्ये नम:।' स्तुति
read moreAK__Alfaaz..
शुक्ल पक्ष की.. अर्ध रात्रि,,,चतुर्दशी.. जन्म हुआ,,,पूर्णिमा का.. गौर सुवर्ण.. उजला-उजला तन.. जैसे,,,दुग्ध लेपित.. सुंदर सौंदर्य,,,चितवन.. किन्तु,,,जन्म था वो एक नारी का.. कृष्ण पक्ष की.. अँधियारी,,,एकादशी... घनघोर छटा,,,जब छायी.. जन्मी,,,कृष्ण रंग में रंगी.. अमावस,,,धरती पर आयी.. कृष्ण कान्ति,,,कृष्ण है केष.. लगती जैसे,,,चपल दामिनी का मेल.. किन्तु,,,जन्म था वो एक नारी का.. माँ "रात्रि" बिलख पड़ी.. जन्मी दो संतानें... वो भी,,,,,,,"बेटी" -AK__Alfaaz.. बेटी गौर वर्ण हो या श्याम वर्ण... माँ के लिए एक समान होती हैं दोनों... किन्तु समाज के लिए नहीं...🙏🙏 ** Pic credit -- Pinterest Neetu Sinh
बेटी गौर वर्ण हो या श्याम वर्ण... माँ के लिए एक समान होती हैं दोनों... किन्तु समाज के लिए नहीं...🙏🙏 ** Pic credit -- Pinterest Neetu Sinh #bestyqhindiquotes
read moreHariom
#SantRampalJi_IncarnationDay धरती पर अवतार भारत में उत्पन्न वह पूर्ण संत गौर वर्ण के हैं, उनके न दाढ़ी है, ना मूछें हैं और उनके सर पर सफेद ब #विचार
read moreNaresh Chandra
पूर्णिमा शरद् की है प्रेम रस बरसा रही चंद्रमा भी तेजोमयी चांदनी फैला रही। रूप की अमावस्या सांवली हो निखर रही गौर वर्ण और भी गौरंगता बिखेर रही। कृष्ण की कला सोलह प्रेम से लबरेज है प्रेम रस में डूब रही गोपियां मगन हैं। रास रंग हो रहा बृज में आन्नद है देख देख छवि निराली "लक्ष्मी" मन मगन हैं। लक्ष्मीनरेश ©Naresh Chandra पूर्णिमा शरद् की है प्रेम रस बरसा रही चंद्रमा भी तेजोमयी चांदनी फैला रही। रूप की अमावस्या सांवली हो निखर रही गौर वर्ण और भी गौरंगता ब
पूर्णिमा शरद् की है प्रेम रस बरसा रही चंद्रमा भी तेजोमयी चांदनी फैला रही। रूप की अमावस्या सांवली हो निखर रही गौर वर्ण और भी गौरंगता ब
read moreAbhishek Asthana
कार्तिकेय की जननी मैया,स्कंदमाता कहलाई । तुम ही दुर्गा तुम ही काली, तुम ही पार्वती महामाई ।। नवरात्रि की पंचम तिथि को, ढोल नगाड़े बाजे । गौर वर्ण से भूषित मैया, कमल हाथ में साजे ।। पड़ी विपत्ति जब-जब भक्तों पर, दयादृष्टि बरसाई । दुष्ट निश्चरों को मैया ने, अच्छी धूल चटाई ।। - अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) माँ स्कंदमाता देवी कार्तिकेय की जननी मैया,स्कंदमाता कहलाई । तुम ही दुर्गा तुम ही काली, तुम ही पार्वती महामाई ।। नवरात्रि की पंचम तिथि को,
माँ स्कंदमाता देवी कार्तिकेय की जननी मैया,स्कंदमाता कहलाई । तुम ही दुर्गा तुम ही काली, तुम ही पार्वती महामाई ।। नवरात्रि की पंचम तिथि को, #मां #navratri #yqbaba #yqdidi #jaimatadi #yourquotebaba #yourquotedidi
read moreABHISHEK SWASTIK
कार्तिकेय की जननी मैया,स्कंदमाता कहलाई । तुम ही दुर्गा तुम ही काली, तुम ही पार्वती महामाई ।। नवरात्रि की पंचम तिथि को, ढोल नगाड़े बाजे । गौर वर्ण से भूषित मैया, कमल हाथ में साजे ।। पड़ी विपत्ति जब-जब भक्तों पर, दयादृष्टि बरसाई । दुष्ट निश्चरों को मैया ने, अच्छी धूल चटाई ।। - अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) माँ स्कंदमाता देवी कार्तिकेय की जननी मैया,स्कंदमाता कहलाई । तुम ही दुर्गा तुम ही काली, तुम ही पार्वती महामाई ।। नवरात्रि की पंचम तिथि को,
माँ स्कंदमाता देवी कार्तिकेय की जननी मैया,स्कंदमाता कहलाई । तुम ही दुर्गा तुम ही काली, तुम ही पार्वती महामाई ।। नवरात्रि की पंचम तिथि को, #मां #navratri #yqbaba #yqdidi #jaimatadi #yourquotebaba #yourquotedidi
read morePoetry with Avdhesh Kanojia
बैठे शिव शक्ति संग, भस्म हैं रमाएँ अंग महानाग वासुकी को गले लिपटाये हैं। तन सोहे गौर रंग, जटा जूट धारे गंग व्याघ्र चर्म प्रभु निज तन पे सजाये हैं। गौर वर्ण कंठ नील, शिव ग्रीवा सोहे ऐसे जैसे गौर चंद्र श्याम चिन्ह अपनाये हैं। देख छवि मनहर, महादेव हर हर कर जोड़ शरण तिहारी प्रभु आये हैं। ✍️अवधेश कनौजिया© ©Avdhesh Kanojia #Shiva #mhadev #Shambhu #RuDra बैठे शिव शक्ति संग, भस्म हैं रमाएँ अंग महानाग वासुकी को गले लिपटाये हैं। तन सोहे गौर रंग, जटा जूट धारे गंग
Poetry with Avdhesh Kanojia
बैठे शिव शक्ति संग, भस्म हैं रमाएँ अंग महानाग वासुकी को गले लिपटाये हैं। तन सोहे गौर रंग, जटा जूट धारे गंग व्याघ्र चर्म प्रभु निज तन पे सजाये हैं। गौर वर्ण कंठ नील, शिव ग्रीवा सोहे ऐसे जैसे गौर चंद्र श्याम चिन्ह अपनाये हैं। देख छवि मनहर, महादेव हर हर कर जोड़ शरण तिहारी प्रभु आये हैं। #shiva #mahadev #poetry #poem #love #kavita बैठे शिव शक्ति संग, भस्म हैं रमाएँ अंग महानाग वासुकी को गले लिपटाये हैं। तन सोहे गौर रंग, जटा
Satya Prakash Upadhyay
रंग और रूप रंग और रूप पर मरते देखा अपने चाहत को सजाते देखा ढल जाती न टिकती दो पल फिर भी कसौटी बनाते देखा कोई श्याम कोई गौर वर्ण का मोल किया बस बाहरी रूप का मानसिकता झलकाती दर्शक का जिसने रंगों में बांटना सीखा आओ करें एक नया प्रयोग आँखे नही दिमाग का उपयोग मिलाते हैं हाड़, मांस के रंग रूप मिलाते हर अंग प्रत्यंग सच्चा रंग तेरा दर्शाता अंतर्मन कितना अपना या साथ है बेमन कब तक साथ देगा बाहरी तन सुंदर हृदय ही होता जीवनधन अपना रूप बदले हर क्षण यह दुनिया चर्मचक्षु बोले कभी ये कभी वो है बढ़िया दूजे के रूप को तो जी भर है ताका कभी अपने अंतरात्मा में है क्या झांका? satyprabha💕 रंग और रूप पर मरते देखा अपने चाहत को सजाते देखा ढल जाती न टिकती दो पल फिर भी कसौटी बनाते देखा कोई श्याम कोई गौर वर्ण का मोल किया बस बाहरी र
रंग और रूप पर मरते देखा अपने चाहत को सजाते देखा ढल जाती न टिकती दो पल फिर भी कसौटी बनाते देखा कोई श्याम कोई गौर वर्ण का मोल किया बस बाहरी र #कविता
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