Nojoto: Largest Storytelling Platform

New घुमिया बटोरी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about घुमिया बटोरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, घुमिया बटोरी.

Stories related to घुमिया बटोरी

    LatestPopularVideo

Punit

#SAD बटोरी #शायरी

read more
हमे तलवार भी नही मार शकि पर उसकी आखौ ने 
मारदिया

©Punit #SAD बटोरी

Bãbå @kãsh.Pãthåk.

Attitude होने से कुछ नही होता… ‪Smile‬ ऐसी दो की हर एक लड़की बोल पड़े ”जग घुमिया थारे 😍 जैसा ना कोई😘😍…”

read more
Attitude होने से कुछ नही होता… ‪Smile‬ ऐसी दो की हर एक लड़की बोल पड़े ”जग घुमिया थारे 😍 जैसा ना कोई😘😍…” Attitude होने से कुछ नही होता… ‪Smile‬ ऐसी दो की हर एक लड़की बोल पड़े ”जग घुमिया थारे 😍 जैसा ना कोई😘😍…”

Alisher Khan

Attitude होने से कुछ नही होता… ‪Smile‬ ऐसी दो की हर एक लड़की बोल पड़े ”जग घुमिया थारे 😍 जैसा ना कोई😘😍…” Goldi bhai #nojotophoto

read more
 Attitude होने से कुछ नही होता… ‪Smile‬ ऐसी दो की हर एक लड़की बोल पड़े ”जग घुमिया थारे 😍 जैसा ना कोई😘😍…” Goldi bhai

Harshita Dawar

#Reality #zindagikasafar #lifequotes #yqquotes #yqdidi बटोरी है मैंने अपनी आमदनी की अठनिया चिडलडं बज बज कर संभली है रेजगारिया बुनती सपना हो

read more
बटोरी है मैंने अपनी आमदनी की अठनिया
चिडलडं बज बज कर संभली है रेजगारिया
बुनती सपना हो कोई अपना मचा दे 
धूम बजे किरकारिया
हंसी मज़ाक उड़ाते उड़ते एहसास में 
फिर आएं कुछ उम्मीदों वाली खुशियां
©️ जज़्बात ए हर्षिता
 #reality #zindagikasafar #lifequotes #yqquotes #yqdidi 
बटोरी है मैंने अपनी आमदनी की अठनिया
चिडलडं बज बज कर संभली है रेजगारिया
बुनती सपना हो

सुसि ग़ाफ़िल

जिस्मानी दुनिया का इशारा था उड़ न जाए दुपट्टा हवा के तेज़ से, यहाँ मदमस्त थे लोग चारों तरफ तेरे योवन के लबरेज़ से| पैरों तले जमीन खिसके और

read more
जिस्मानी दुनिया का इशारा था उड़ न जाए दुपट्टा हवा के तेज़ से, 
यहाँ मदमस्त थे लोग चारों तरफ तेरे योवन के लबरेज़ से|

पैरों तले जमीन खिसके और खिसके दामन बंदेझ से, 
देखकर बेवफाईयां तेरी यह इश्क़ लगे मुझे चंगेज़ से|

देखकर  आंखें  वह  बोली  मुझे  तो  डर  लगे  रंगरेज़ से, 
उसने कई रस्मे नई सीखी है कहानियां पढ़कर अंग्रेज से|

बार-बार चिल्लाए मुझे कोई तालुकात नहीं सनसनीख़ेज़ से, 
आंखें पढ़ूँ वो आंखें ना मिलाए लंबा रिश्ता आंखों के परहेज़ से|

दखलअंदाजी मैं करूं वहां पर जहां इश्क़ में किस्सा आए दहेज़ से, 
हावी हो जाएगा तुम पर इस दुनिया का माहौल खुंरेज़ से|

कई सुर्खियां बटोरी है उसने जो पुस्तक उठाई तूने मेज़ से, 
अब भी वक्त है तुम सीख लो "सुशील" के दिए नसीहत-आमेज़ से| जिस्मानी दुनिया का इशारा था उड़ न जाए दुपट्टा हवा के तेज़ से, 
यहाँ मदमस्त थे लोग चारों तरफ तेरे योवन के लबरेज़ से|

पैरों तले जमीन खिसके और

चाँदनी

मुद्दते बीत गई आँखों के सिलवटें खर्च किए तुम हर बार रहनुमा जैसे नजर आए धरती की कतआत बेशुमार हिजाब ओढ़े हुए मेरे ज़ख्मों को कुरेदते खोखले से #Poetry

read more
Read in caption👇

©chandni मुद्दते बीत गई आँखों के सिलवटें खर्च किए
तुम हर बार रहनुमा जैसे नजर आए

धरती की कतआत बेशुमार हिजाब ओढ़े हुए
मेरे ज़ख्मों को कुरेदते खोखले से

Nisheeth pandey

#GarajteBaadal आज के आदमी की फितरत को देख एक कोशिश कुझ पंक्तिया लिखने की ..... .............. नीले आकाश को अपनी आगोश में ..... है छुपा लिय #lovequotes #Remember #शायरी #Likho #walkalone #Streaks #निशीथ #Parchhai #Tuaurmain #BhagChalo

read more

अशेष_शून्य

एक दिन लिखूंगी वो अवशेष , वो स्मृतियां ,वो प्रेम जो तुम्हारे ही हैं मेरे अंतर्मन में उतरते हुए पद चिन्हों में उभरे हैं मेरी धड़कनों पर #yqdidi #yqhindiquotes #yqaestheticthoughts #अशेष_शून्य

read more
क्यूंकि तुम मैं ही तो हो__
_______एक पुरुष 
" प्रेम की पराकाष्ठा"
और
 मैं तुम ही तो हूं___
_____एक स्त्री 
" पवित्रता की परिसिमा"
-Anjali Rai

(शेष अनुशीर्षक में) एक दिन लिखूंगी
वो अवशेष , वो स्मृतियां
 ,वो प्रेम 
जो तुम्हारे ही हैं
मेरे अंतर्मन में उतरते
हुए पद चिन्हों 
में उभरे हैं मेरी धड़कनों पर

Vikas Sharma Shivaaya'

खेलैं मसाने में होरी दिगंबर, खेले मसाने में होरी भूत पिशाच बटोरी दिगंबर, खेले मसाने में होरी यह विचित्र होली है जिसे भगवान शिव खेलते हैं, व #समाज

read more
खेलैं मसाने में होरी दिगंबर, खेले मसाने में होरी
भूत पिशाच बटोरी दिगंबर, खेले मसाने में होरी

यह विचित्र होली है जिसे भगवान शिव खेलते हैं, वो भी काशी के मणिकर्णिका (श्मशान) घाट पर-  रंग एकादशी के दूसरे दिन काशी में स्थित श्मशान पर भी चिताओं की भस्मी के साथ होली खेलने की भी एक अनूठी परंपरा भी है,पौराणिक कथाओं के अनुसार इस परंपरा की शुरुआत शंकरजी से ही मानी जाती है...,

मान्यताओं के अनुसार- जब भगवान शिव, पार्वती का गौना करने के लिए आये थे तो उनके साथ भूत, प्रेत, पिशाच, यक्ष गन्धर्व, किन्नर जीव जंतु आदि नहीं थे, जिनके लिए श्मशान पर चिताओं की भस्मी से होली खेले जाने की परंपरा को बनाया गया...,

लखि सुंदर फागुनी छटा के, मन से रंग-गुलाल हटा के,
चिता, भस्म भर झोरी दिगंबर, खेले मसाने में होरी

यह गीत अड़बंगी भोले बाबा के विचित्र होली की तस्वीर पेश करता है-गाया है बनारस घराने के मशहूर ठुमरी गायक 'पद्म विभूषण' पंडित छन्नूलाल मिश्र ने...,

'श्मशान' जीनवयात्रा की थकान के बाद की अंतिम विश्रामस्थली है-अंतिम यात्रा के दौरान रंग-रोली तो शव को लगाया जाता है लेकिन नीलकंठ देव के चरित्र में इस समय रंग गुलाल नहीं है, जली हुई चिताओं की राख है, जिससे वो होली खेलते हैं...,

गोप न गोपी श्याम न राधा, ना कोई रोक ना, कौनऊ बाधा
ना साजन ना गोरी, ना साजन ना गोरी दिगंबर, खेले मसाने में होरी
 
एक तरफ बृज में कृष्ण और राधा की होली है जो प्रेम का प्रतीक है, लेकिन भगवान शिव की होली उनसे अलग है, उनकी जगह श्मशान है-शंकर जी के होली को देखकर गोपिकाओं का मन भी प्रसन्न हो जाता है-अड़बंगी महराज के साथी भूत-प्रेत हैं, रंगों की जगह जली हुई चिताओं की राख है जिससे वो नाचते-गाते भूतों पर मल देते हैं, 

नाचत गावत डमरूधारी, छोड़ै सर्प-गरल पिचकारी
पीटैं प्रेत-थपोरी दिगंबर खेलैं मसाने में होरी
भूतनाथ की मंगल-होरी, देखि सिहाए बिरिज की गोरी
धन-धन नाथ अघोरी दिगंबर, खेलैं मसाने में होरी 

विष्णु सहस्रनाम(एक हजार नाम) आज993 से 1000 नाम  )
993 शंखभृत् जिन्होंने पांचजन्य नामक शंख धारण किया हुआ है
994 नन्दकी जिनके पास विद्यामय नामक खडग है
995 चक्री जिनकी आज्ञा से संसारचक्र चल रहा है
996 शार्ङ्गधन्वा जिन्होंने शारंग नामक धनुष धारण किया है
997 गदाधरः जिन्होंने कौमोदकी नामक गदा धारण किया हुआ है
998 रथांगपाणिः जिनके हाथ में रथांग अर्थात चक्र है
999 अक्षोभ्यः जिन्हे क्षोभित नहीं किया जा सकता
1000 सर्वप्रहरणायुधः प्रहार करने वाली सभी वस्तुएं जिनके आयुध हैं

हे भगवान् नारायण हमारी रक्षा कीजिये,वही विष्णु भगवान् जिन्होंने वनमाला पहनी है,जिन्होंने गदा, शंख, खडग और चक्र धारण किया हुआ है,वही विष्णु हैं और वही वासुदेव हैं...

ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ 

🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' खेलैं मसाने में होरी दिगंबर, खेले मसाने में होरी
भूत पिशाच बटोरी दिगंबर, खेले मसाने में होरी

यह विचित्र होली है जिसे भगवान शिव खेलते हैं, व

Dr. Vishal Singh Vatslya

#yourquotedidi .........ना जाने कितने दिन से बस यहीं सिलसिला चलता आ रहा था..... अब तो हर शाम की यही कहानी थी I अंजुम(काल्पनिक नाम) नाम था उ #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #yostowrimo #मिनीकहानी

read more
प्रथम प्रयास है कृपया पूरी कहानी पढ़ियेगा 
आपका प्यार, सुझाव, 
आलोचना सादर आमंत्रित हैं 


Dr.Vishal Singh  #yourquotedidi

.........ना जाने कितने दिन से बस यहीं सिलसिला चलता आ रहा था..... अब तो हर शाम की यही कहानी थी I अंजुम(काल्पनिक नाम) नाम था उ
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile