Find the Latest Status about कानों के झुमके from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कानों के झुमके.
Asif B. Pathan
ये सुर्ख लब, ये रुखसार, ये मदहोश नजरें , ये नाक की नथनीऔर ये कानों के झुमके...! इतने कम फासलों पर तो मयखाने भी नहीं होते।💞 ये सुर्ख लब, ये रुखसार, ये मदहोश नजरें , ये नाक की नथनीऔर ये कानों के झुमके...! इतने कम फासलों पर तो मयखाने भी नहीं होते।💞
Anushiii Sharma
मेरी तरह मेरी इन बिखरी हुई जुल्फों को भी इंतज़ार है तुम्हारा,, कि किसी रोज तुम आकर अपने हाथों से संवारोगे इन्हें,, ©Heartless Girl ❣❣ ये बिखरी हुई जुल्फें,, ये कानों के झुमके,, और आंखों में मेरे इंतज़ार तुम्हारा,,,❣☆❣ #Hindi #Nojoto
Ankur tiwari
होठों पर झलकती लाली,कानों के झुमके कमाल है हसीन चेहरे पर ये मुस्कान तेरी बड़ी ही बवाल हैं आंखों में काजल की रेखा माथे पर अंगड़ाई लेती लट अंजान खुदा की ये कलाकारी सच में बा कमाल है #अंजान ©Ankur tiwari होठों पर झलकती लाली,कानों के झुमके कमाल है हसीन चेहरे पर ये मुस्कान तेरी बड़ी ही बवाल हैं आंखों में काजल की रेखा माथे पर अंगड़ाई लेती लट अं
अपनी कलम से
तेरे साथ अक्सर हीं, बड़ी हीं नज़ाकत से पेश आतें हैं, जब भी देखा करतें हैं मुझे, बहोत इतराते हैं। खुशी का इज़हार मानों कुछ करतें हैं इस कदर, झनकाते हुए खुद को, मानों कुछ गुनगुनातें हैं। कई दफा गालों को चूमते तेरे, नज़र आ जातें हैं, 'आकाशी' तेरे कानों के झुमके भी न, ऐसे हीं कारनामों से, न जानें कितनों को जला जातें हैं।। ©dashing raaz तेरे कानों के झुमके भी न, ऐसे हीं कारनामों से, मुझे भी हीं जला जातें हैं।। Love my post guy's.... Follow me Fast Drop a heart please
Poonam Suyal
प्यारी बिंदिया (अनुशीर्षक में पढ़ें) प्यारी बिंदिया बिंदिया उसके माथे की जगमगा रही है इतनी दिल को मेरे देती असीम सुख चाँद की शीतल चाँदनी जितनी तेरे कानों के झुमके
Poonam Suyal
प्यारी बिंदिया (अनुशीर्षक में पढ़ें) प्यारी बिंदिया बिंदिया उसके माथे की, जगमगा रही है इतनी दिल को मेरे देती असीम सुख, चाँद की शीतल चाँदनी जितनी तेरे कानों के झुमके,
Poonam Suyal
मेरी प्रेयसी (अनुशीर्षक में पढ़ें) मेरी प्रेयसी वो श्वेत रंग के नाजुक फूल सम मन को मेरे लुभाती है उसकी मादक चंचल आँखें मुझे अपनी ओर खींचती ले जातीं हैं होंठ जैसे पल्लव क
सुधांशु गौतम
AK__Alfaaz..
स्त्रियाँ, बाँधती हैं, बालों में अपने, कल्पना का जूड़ा, एवं.. पिरो लेती हैं, जूही के फूलों सा प्रेम, व.. नम नैनों की कोरों पर, सजाती हैं, ख्वाहिशों के काजल की, इक पतली सी धार, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे.. #पहला_अक्षर स्त्रियाँ, बाँधती हैं, बालों में अपने, कल्पना का जूड़ा,
lalitha sai
कुछ ख्वाइश.... (अनुशीर्षक ) कुछ ख्वाइशों में अब मन नहीं लग रहा है कुछ सपनों में अब दिल नहीं लग रहा है अब कुछ सवालों के ज़वाब ढूंढ़ने में भी अब सच में मन नहीं लग रहा है...