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Sangeeta Kalbhor
अगदी निखालस.. असंही नाही आणि तसंही नाही... पण खरं सांगू का? एक अतृप्त स्त्री सदैव माझ्यात असते रे.. म्हणजे असं बघ.. तन माझे नाहीचं इतरत्र कुठे कुठेही रमणार... सौभाग्याच्या सीमेशिवाय... पण तरीही ..हो तरीही...एखादा असा श्वास हवा वाटतो मला जो माझ्या अतृप्त असलेल्या मनाला तृप्त करेल आणि एक ..फक्त एक श्वास माझ्यात असा भरेल जो सगळ्या उणिवांना सातासमुद्रापार दूर फेकून देईल... मी घोळक्यात असो की असो मी एकांतात...माझ्या चेहऱ्यावर येणारी ती उदासवाणी रेघ दिसूचं नये माझ्या चेहऱ्यावर असे मला सातत्याने वाटते...आणि म्हणूनच हा आर्त भाव व्यक्त करण्याचा अट्टाहास बघं... तू ही म्हणशील काय हे खुळ घेऊन बसलीयेस डोक्यात...काहीचं वाटत नाही कसं तुला हे सगळं व्यक्त व्हायला... पण खरं सांगू... नाही वाटत मला रे... तुला माहिती आहे... अजून माझ्या अधरांवरची ती गुलाबी लाली तशी तशीच आहे... मला वाकोल्या दाखवत.. मला चिडवत... हो... नाही उतरला कधी अधर माझ्या अधरांवर कारण मला माझ्या अधरांना अशा अधरांत सोपवावेसे नाही वाटत ज्या अधरांना अधरात सामावताना मला ग्लानी वाटेल... मला ते अधर निर्व्यसनी हवेत ... मला ते अधर कमळाच्या फुलांगत हवेत... जे मातीतही उगवून देवीदेवतांच्या चरणी अर्पिले जातात... गोड गुपित आहे हे माझे... असो... मी अशीच आहे रे... नाही म्हणजे नाहीचं... राहिल्या काही भावना उपाशी तर काय बिघडते पण तत्वांशी नाही बरं वैर करायच.... ए ऐक ना.... तू तो माझा श्वास होशील का... अधरांशी हितगुज करणारा आभास होशील का... नाही...म्हणजे तुला तिथूनच आल्या पाऊली जावे लागणार हे निश्चित... आणि हो जाण्याच्या तयारीने यावेस ... आलास तर.... पण अधरांचे संगीत मात्र ऐकायचे आहे हं मला... अगदी निखालस...... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor अगदी निखालस.. असंही नाही आणि तसंही नाही... पण खरं सांगू का? एक अतृप्त स्त्री सदैव माझ्यात असते रे.. म्हणजे असं बघ.. तन माझे नाहीचं इतरत्र क
अगदी निखालस.. असंही नाही आणि तसंही नाही... पण खरं सांगू का? एक अतृप्त स्त्री सदैव माझ्यात असते रे.. म्हणजे असं बघ.. तन माझे नाहीचं इतरत्र क #कविता
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कसे विसरावे मी तुला तुझ्या नकळत तू पेरलेले स्वप्न जागे आहे माझ्या नकळत ✍️लेखन:-सागर बांगर ©Sagar Bangar #चारोळी ❤️🥰 कसे विसरावे मी तुला तुझ्या नकळत तू पेरलेले स्वप्न जागे आहे माझ्या नकळत❤️ लेखन:-सागर बांगर©® .
#चारोळी ❤️🥰 कसे विसरावे मी तुला तुझ्या नकळत तू पेरलेले स्वप्न जागे आहे माझ्या नकळत❤️ लेखन:-सागर बांगर©® . #कविता #लेखक #काव्य #कवी #मराठीकविता #मराठीचारोळी #मराठीप्रेम #प्रेमचारोळी
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White रानीजी ! यदि मैं उस प्रतिज्ञा को पूर्ण न करता तो सदा के लिये क्षत्रिय-धर्म से गिर जाता पढ़िए महाभारत !! 📒📒 {Bolo Ji Radhey Radhey} महाभारत: स्त्री पर्व पत्र्चदश अध्याय: श्लोक 19-37 {Bolo Ji Radhey Radhey} 📙 रानीजी ! यदि मैं उस प्रतिज्ञा को पूर्ण न करता तो सदा के लिये क्षत्रिय-धर्म से गिर जाता, इसलिये मैंने यह काम किया था। माता गान्धारी ! आपको मुझमें दोष की आशड्bका नहीं करनी चाहिये। पहले जब हम लोगों ने काई अपराध नहीं किया था, उस समय हम पर अत्याचार करने वाले अपने पुत्रों-को तो आपने रोका नही; फिर इस समय आप क्यों मुझ पर दोषा रोपण करती है. 📙 गान्धार्युवाच गान्धारी बोलीं—बेटा ! तुम अपराजित वीर हो। तुमने इन बूढ़े महाराज के सौ पुत्रों को मारते समय किसी एक को भी, जिसने बहुत थोड़ा अपराध किया था, क्यों नहीं जीवित छोड़ दिया ? तात ! हम दोनों बूढ़े हुए। हमारा राज्य भी तुमने छीन लिया। ऐसी दशा में हमारी एक ही संतान को—हम दो अन्धों के लिये एक ही लाठी के सहारे को तुमने क्यों नहीं जीवित छोड़ दिया ? 📙 तात ! तुम मेरे सारे पुत्रों के लिये यमराज बन गये। यदि तुम धर्म का आचरण करते और मेरा एक पुत्र भी शेष रह जाता तो मुझे इतना दु:ख नहीं होता। वैशम्पायन उवाच वैशम्पायन जी कहते हैं-राजन्! भीमसेन से ऐसा कहकर अपने पुत्रों और पौत्रों और पौत्रों के वध से पीडित हुई गान्धारी ने कुपित होकर पूछा—कहॉ है वह राज युधिष्ठिर। 📙 यह सुनकर महाराज युधिष्ठिर कॉंपते हुए हाथ जोड़े उनके सामने आये और बड़ी मीठी वाणी में बोले—देवि ! आपके पुत्रों का संहार करने वाला क्रूरकर्मा युधिष्ठिर मैं हूँ। पृथ्वी भर के राजाओं का नाश कराने में मैं ही हेतु हूँ, इसलिये शाप के योग्य हूँ। 📙 आप मुझे शाप दे दीजिये। मैं अपने सुह्रदों का द्रोही और अविवकी हूँ। वैसे-वैसे श्रेष्ठ सुह्रदों का वधकर के अब मुझे जीवन, राज्य अथवा धनसे कोई प्रयोजन नहीं है’। जब निकट आकर डरे हुए राजा युधिष्ठर ने, ऐसी बातें कहीं, तब गान्धारी देवी जोर-जोर से सॉंस खींचती हुई सिसकने लगीं। वे मुँह से कुछ बोल न सकीं। राजा युधिष्ठिर शरीर को झुकाकर गान्धारी के चरणों पर गिर जाना चाहते थे। 📙 इतने ही में धर्म को जानने वाली दूर-दर्शिनी देवी गान्धारी ने पट्टी के भीतर से ही राजा युधिष्ठिर के पैरों की अगुलियों के अग्रभाग देख लिये। इतने ही से राजा के नख काले पड़ गये। इसके पहले उनके नख बड़े ही सुन्दर और दर्शनीय थे। उनकी यह अवस्था देख अर्जुन भगवान् श्रीकृष्ण के पीछे जाकर छिप गये। 📙 भारत ! उन्हें इस प्रकार इधर-उधर छिपने की चेष्टा करते देख गान्धारी का क्रोध उतर गया और उन्होंने उन सबको स्नेहमयी माता के समान सान्त्वना दी। फिर उनकी आज्ञा ले चौड़ी छाती वाले सभी पाण्ड वन एक साथ वीर जननी माता कुन्ती के पास गये। कुन्ती देवी दीर्घकाल के बाद अपने पुत्रों को देखकर उनके कष्टों का स्मरण करके करुणाbमें डूब गयीं और आचल से मुँह ढककर ऑंसू बहाने लगीं। 📙 पुत्रों सहित ऑंसू बहाकर उन्होंने उनके शरीरों पर बारबार दृष्टिपात किया। वे सभी अस्त्र-शस्त्रों की चोट से घायल हो रहे थे। बारी-बारी से पुत्रों के शरीर पर बारंबार हाथ फेरती हुई कुन्ती दु:खसे आतुर हो उस द्रौपदी के लिय शोक करने लगी, जिसके सभी पुत्र मारे गये थे। इतने में ही उन्होंने देखा कि द्रौपदी पास ही पृथ्वी पर गिरकर रो रही है। 📙 द्रौपद्युवाच द्रौपदी बोली-आयें ! अभिमन्यु सहित वे आपके सभी पौत्र कहॉं चले गये ? वे दीर्घकाल के बाद आयी हुई आज आप तपस्विनी देवी को देखकर आपके निकट क्यों नहीं आ रहे हैं ? अपने पुत्रों से हीन होकर अब इस राज्य से हमें क्या कार्य है ? ©N S Yadav GoldMine #GoodMorning रानीजी ! यदि मैं उस प्रतिज्ञा को पूर्ण न करता तो सदा के लिये क्षत्रिय-धर्म से गिर जाता पढ़िए महाभारत !! 📒📒 {Bolo Ji Radhey Rad
#GoodMorning रानीजी ! यदि मैं उस प्रतिज्ञा को पूर्ण न करता तो सदा के लिये क्षत्रिय-धर्म से गिर जाता पढ़िए महाभारत !! 📒📒 {Bolo Ji Radhey Rad #मोटिवेशनल
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White {Bolo Ji Radhey Radhey} पेड़ों जैसी जिंदगी मत जिओ, जो लोग फल तोड़ कर खाते भी है, और पत्थर भी मारते हैं, इस जीवन को भगवान श्री कृष्ण के लिए जिओ, तभी यह जीवन सफल होगा, भगवान हमारी हर इस्थिति को संभाल लेंगे, हमारा मन से सरनागति का होना जरूरी है।। ©N S Yadav GoldMine #Friendship {Bolo Ji Radhey Radhey} पेड़ों जैसी जिंदगी मत जिओ, जो लोग फल तोड़ कर खाते भी है, और पत्थर भी मारते हैं, इस जीवन को भगवान श्री क
#Friendship {Bolo Ji Radhey Radhey} पेड़ों जैसी जिंदगी मत जिओ, जो लोग फल तोड़ कर खाते भी है, और पत्थर भी मारते हैं, इस जीवन को भगवान श्री क #भक्ति
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तु जर खरंच माझा Topic असता ना, तर तुला कधीच Change केला असता.. पण तु माझी Life आहेस, And I Can’t Change My Life ????… ©Krishna #aaina तु जर खरंच माझा Topic असता ना, तर तुला कधीच Change केला असता.. पण तु माझी Life आहेस, And I Can’t Change My Life ????…
#aaina तु जर खरंच माझा Topic असता ना, तर तुला कधीच Change केला असता.. पण तु माझी Life आहेस, And I Can’t Change My Life ????…
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Yasmin Bano ©Y. B 👦: ❤ये जो तुम रोज चुपके चुपके ❤ ❤लाइन😉 मारते हो न❤ ❤किसी दिन मै पूरा #बिजली विभाग ❤ ❤फेंक के मार दूग
Author Rupesh Singh
सांप घर में आ जाए तो लोग डंडे से मारते हैं और शिवलिंग पर दिखाई दे तो हाथ जोडते हैं लोग सम्मान आपका नहीं आपके स्थान और स्थिति का करते हैं। ©Rupesh Kumar Singh #boatclub #सांप घर में आ जाए तो लोग डंडे से मारते हैं और शिवलिंग पर दिखाई दे तो हाथ जोड़ते हैं लोग सम्मान आपका नहीं आपके स्थान और स्थिति का
#boatclub #सांप घर में आ जाए तो लोग डंडे से मारते हैं और शिवलिंग पर दिखाई दे तो हाथ जोड़ते हैं लोग सम्मान आपका नहीं आपके स्थान और स्थिति का #Motivational
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