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KP GK SAGAR GK questions in Hindi video ©KP STORY CREATOR 🩺 जीव विज्ञान से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न 🦠 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ 1.: - मांसपेशियों में किस अम्ल के एकत्रित होने से थकावट आती है ? Ans : - लैक्टि
atrisheartfeelings
कुछ महत्वपूर्ण बातें .... Please read in caption.... बहुत मेहनत के बाद यह चिन्ह तैयार किया हैं अतः आप से निवेदन हैं कि आप इसे हर students से सहभागिता करें...*✍🏻✍🏻✍🏻 1) + = जोड़
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KPT STORY CREATORS मेरी in ©KPT STORY CREATORS 📚 परमुख विटामिनों के रसायनिक नाम 📚 ⭕️विटामिन A का रासायनिक नाम क्या है ? ✅रटिनॉल (1913) ⭕️विटामिन B1 का रासायनिक नाम क्या है ? ✅थायमिन (1
AK__Alfaaz..
अधखुले नैनों से, ताकती वो, पगडंडी की ऊँची ढ़लान से, उतरते सूरज को, व, तलाश रही है वो, अपने जीवन की, वास्तविकता का यथार्थ, और..श्वाँसों के आने जाने से, तय करती, उम्र का उपसंहार, उसकी पलकों मे बँधे मोती, अपनी स्थिरता की प्रस्तावना, करने में असमर्थ हो गये, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #अनामिका अधखुले नैनों से, ताकती वो, पगडंडी की ऊँची ढ़लान से, उतरते सूरज को,
AK__Alfaaz..
इक, बरसती शाम पर, मन के, झरोखे से झाँकती वो, बैठी थी, उलझी लटों को सँवारने, यादों की इक, टूटी दंदों वाली कंघी से, कि तभी, वक्त की आँधी चली, उम्मीद की दहलीज पर टँगा, विश्वास का परदा, फटकर चीथड़े में लहराने लगा, #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #सोलह_आने_स्त्री इक, बरसती शाम पर, मन के, झरोखे से झाँकती वो,
Ajay Maurya
भाग्य श्री बैरागी
मौसम बदलते जा रहे, ये कैसे कहर हैं, तालाब सिमटे ख़ुद में नदियाॅं जैसे नहर हैं। इंसां का प्रकृति दोहन ही कुछ इस कदर है, तूफ़ान के आगोश में रोते रहें जैसे शजर हैं। भूमि की कोख काट, तत्त्व भी पाना दूभर है, जिसने पाला अमृत उसकी गोद में ज़हर है। पहाड़ों पर जमी बर्फ की, टूटती कमर है, जंगल की आग से जलते हज़ारों जानवर हैं। फसलें गल जाती हैं, बेमौसम बरसे बदर हैं, क्रोध बरपाया माॅं ने क्यों सवाल हर अधर है। ओजोन क्षरण, अम्ल वर्षा में प्रेम किधर है? किया छलनी सीना और पूछे प्रेम किधर है। वक्त और प्रकृति का न्याय एक ही जैसा है, जो बोया वही काटो सिद्धांत सदा अमर है। 'भाग्य' सब भूलते क्यों हैं प्रकृति एक माॅं है, हमने सताया उसे, हम भोगें अपना कहर हैं। #kkबैरागीश्री ☘️☘️☘️🏞️🏞️*1*🏕️🏕️☘️☘️☘️ मौसम बदलते जा रहे, ये कैसे कहर हैं, तालाब सिमटे ख़ुद में नदियाॅं जैसे नहर हैं। इंसां का प्रकृति
Vishal Vaid
जिन्हें वो कहते है माल गलियों,में बाज़ारो में अगर मिल जाये वो, तो उनको अच्छे लगते है न सुन के लगती है उनकी फर्जी मर्दांगी को ठेस तो उनको लोमड़ी की तरह अंगूर खट्टे लगते है Open For Collab🔓 Use👉 #कोरे_काग़ज़_पर_मस्ती अम्ल = Acid (Give justice to acid attack victims🙏🙏)