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Swati Tyagi
Anil Ray
😍 काला टमाटर 😍 देशी-परदेशी टमाटरों में है यें काला टमाटर खास काले टमाटर का भारत में अब विचित्र इतिहास। हाल में ही शुरू की गयी है, इस टमाटर की कृषि अल्प समय में ही जीत लिया आमजन विश्वास। ब्रिटेन के पथ से भारत आया, यह काला टमाटर कमोबेश खेती शुरू अपने रंग के लिए विख्यात। अब हुआ यह भी भारतीय, जलवायु के अनुकूल अभी दो ही वर्षो में है इसकी कृषि की शुरुआत। बिना टमाटर अधुरापन लगे स्वादिष्ट खाने में भी कहने को गेंद-सा लगे पर जनाब है यह कमाल। प्रत्येक सब्जी के साथ है, इसका हृदयपूर्ण नाता कभी बने सलाद और गुणकारी तत्व बाकमाल। अंग्रेजी में यह "इंडिगो रोज़ टोमेटो" है कहलाता बीज ऑनलाइन मिलता प्रथम कृषक रे ब्राउन। काला टमाटर पहले होता हरे रंग का फिर लाल फिर दिखाकर असली रंग! हँसता मन ही मन। काले टमाटर में भरपूर मात्रा है, एंटी ऑक्सीडेंट कोलेस्ट्राल, प्रोटीन, विटामिन ए-सी, है भरमार। अत्यधिक पोषक गुणों से संयोजित यह टमाटर शरीर स्वस्थ रखें रोग प्रतिरोधक में है मददगार। ©Anil Ray 🍅🍅 लाल नही काला टमाटर खाइए 🍅🍅 आपने काले टमाटर के बारे में शायद ही सुना होगा। पिछले दो सालों से भारत में इसकी खेती भी शुरू हो गई है। ब्रिटे
Anil Ray
देखा न प्रेमपक्षी! किस अतीतशाखा से आया है सुकूं इसका है अब तो, मेरे दिलबाग में बसेरा है। काली रातें! भी मिट ही जाती है सूर्योदय के बाद प्रेमपक्षी-मधुर वाणी, नित्य कलरव नवसवेरा है। मोहब्बते-जहां आबाद है, प्रेमपक्षी शुभागमन से साथी तेरे साथ से यह सफ़रे-जिंदगी सुनहरा है। मन अब है प्रफुल्लित प्रेम मौसम खुशनुमा हुआ दिल्लगी के दिलबाग में हरेक माह हर्षितहरा है। प्रेमपक्षी! तेरे पूर्व का, अभिलाषी नही है अनिल दिल से शुक्रिया प्रेमपक्षी दिल में जो प्रेमभरा है। ©Anil Ray 🌟🌻 मन भी परिंदे जैसा हो गया मेरा 🌻🌟 जाति-धर्म का बंधन नही न ही सीमा की बंदिशें सम्पूर्ण धरती और यें सकल आकाश हमारा है। किस खुदा और राम के
Shakuntala Sharma
Anil Ray
हाथ में लेकर प्रकाश खोज रहा हूँ मानवता को अब जाति-धर्म के विभेद में, कही खो गयी है। सत्य, प्रेम, बंधुत्व एवं परोपकार नही है समीप किस दिशा में देखूं मानवता! दूर चली गयी है। ©Anil Ray ⭐🌟 ✨मानवता है धर्म हमारा✨ 🌟⭐ निज दीपक बनकर अनिल! करो खुद की खोज अनुसंधान ऐसा हो, मानवता में रहे हमेशा मौज। वसुंधरा पर चिरस्थापित हो मानव
Bharat Bhushan pathak
जीवन पौधा सिंचित होता। आत्म तत्व जब इसमें होता।। आत्म तत्व जब नभ में खोता। सुनो ये काया निरन्तर सोता।। आत्म तत्व है तब तक इच्छा। होते विलुप्त सदा अनिच्छा।। ©Bharat Bhushan pathak #FallAutumn जीवन पौधा सिंचित होता। आत्म तत्व जब इसमें होता।। आत्म तत्व जब नभ में खोता। सुनो ये काया निरन्तर सोता।। आत्म तत्व है तब तक इच्छा
Gaurav Christ
Anil Ray
भरा अंधविश्वास जगत में आओं भ्रम को दूर भगाये... अजर-अमर शाश्वत अनंत है आत्मतत्व वेदों ने गाया ब्रह्म सत्य भौतिक जगत मिथ्या ऋषि-मुनियों ने दोहराया एक ही तो आत्मा है जो परमात्मा अंश कहलाये पुरुष प्रधान समाज के उपासक लड़का-लड़की में भेद करायें भरा अंधविश्वास जगत में आओं भ्रम को दूर भगाये। मातृशक्ति के ही है 'द्वंद्व' यह दोनों ही स्वरूप आधुनिक युग में भी, क्यों समझे इन्हें कुरूप सर्वजगत है उस मातृशक्ति का ही सुंदर रूप फिर भी सितम है कैसा इन पर हम ज़ुल्म ढाये भरा अंधविश्वास जगत में आओं भ्रम को दूर भगाये। एक तत्व से निर्मित लड़का-लड़की है एक समान महिला अत्याचारों के खिलाफ धारण करें हम कमान जो आया है वह जायेगा यही सृष्टि का है विधान मौत सनातन इस जग में फिर हम क्यों घबराये भरा अंधविश्वास जगत में आओं भ्रम को दूर भगाये। लड़की के बिना जीवन क्या सकल जगत अधुरा जननी बन बस यही तो है इस जीवन का आधारा समानता हो जीवन में तभी होगा नवनिर्माण पूरा ईश्वर की रचना में सभी समान है सभी में प्रेम समाये भरा अंधविश्वास जगत में आओं भ्रम को दूर भगाये। मौलिक रूप में सब समान है समझा गये भारतरत्न अम्बेडकर संविधान में शामिल की है समानता समस्याओं को झेलकर समतामूलक समाज स्थापित करे इन अत्याचारों को भेदकर आओं मिलकर इस असमानता शासन को जड़ से मिटायें भरा अंधविश्वास जगत में आओं भ्रम को दूर भगाये। यहाँ अपनी एक ही धरती एक ही है अपना गगन सफ़रे-जिंदगी में चले दिलों में लेकर एक ही लगन मातृत्व के असीम प्रेम में मानवता रहे सदा मगन आह्वान करता 'अनिल राय' मिलकर हम ज्ञान का दीप जलायें भरा अंधविश्वास जगत में आओं भ्रम को दूर भगाये। मानव सृष्टि की सृजनहार और पालनहार मातृशक्ति की चरण-वंदना के साथ आप सभी को "महिला समानता दिवस" की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं💐💐💐💐🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 ©Anil Ray #womanequality भरा अंधविश्वास जगत में आओं भ्रम को दूर भगाये...✍🏻 अजर-अमर शाश्वत अनंत है आत्मतत्व वेदों ने गाया ब्रह्म सत्य भौतिक जगत मिथ्