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Santosh Jangam

#shrirammandir कविता "राम नवमी उत्सव : परळी" कवितेचे सार म्हणजे राम नवमी उत्सव हा उत्साह, एकता आणि आनंदाने साजरा करणे आहे. त्याच्यात भक्तिचा #मराठीकविता

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Bharat Bhushan pathak

पाप-पुण्य युद्ध में विजय प्रतीक पुण्य का। सत्य से असत्य का प्रतीक जीत सत्य का।। राम नाम जाप का पर्व अम्ब मात का। भद्र के ये छाप का अभद्र नाश #भक्ति

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पाप-पुण्य युद्ध में विजय प्रतीक पुण्य का।
सत्य से असत्य का प्रतीक जीत सत्य का।।
राम नाम जाप का पर्व अम्ब मात का।
भद्र के ये छाप का अभद्र नाश ताप का।

©Bharat Bhushan pathak पाप-पुण्य युद्ध में विजय प्रतीक पुण्य का।
सत्य से असत्य का प्रतीक जीत सत्य का।।
राम नाम जाप का पर्व अम्ब मात का।
भद्र के ये छाप का अभद्र नाश

Komal Pardeshi

अल्सर तोंडात फोड येणे तोंडात पुटकुळ्या येणे तोंडाचे सालटे निघणे, रामबाण घरगुती उपाय ! Alsar gharguti upay #Videos

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Pushpvritiya

#चौपाई वैरागी मन तुम बिन प्रीतम, पीर न जाने किन् विध् हो कम...! कस्तूरी मृग बन कर साजन, तोहे ढूँढ़े भटके वन वन......!! विरहिन देह जलन जागे #कविता

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Dk Patil

*॥ धर्मवीर बलिदान मास ॥* *श्लोक क्रमांक ५* ************************** *#श्रीसंभाजीसुर्यहृदय* ⛳ प्राणांती हि न फिरणें कधीं मार्गी मागें । #पौराणिककथा #धर्मवीर_बलिदान_मास

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D K Patil

*~•။།།." आता ना कोणाचं मन दुखवायचं' ना कोणावर हक्क गाजवायचा' शांत राहून आपलं आयुष्य जगायचं 'तसही आजकाल आपल्या असल्याने नसल्याने कोणाला फरक न #शायरी

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Devesh Dixit

#शान्ति #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry शान्ति (दोहे) शोर सराबा कर रहे, हुई शांति है भंग। मन भी अब बेचैन है, करते भी वे तंग।। शांत #Poetry #sandiprohila

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

विधा   दाम छन्द 121   121   121   121 सुनो रघुनाथ खडा अब दास । हरो सब ताप लगी है आस ।। #कविता

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विधा   दाम छन्द
121   121   121   121
सुनो रघुनाथ खडा अब दास ।
हरो सब ताप लगी है आस ।।
न ठूँठ बने अब मानव गात ।
करो न भला तुम ही अब तात ।।

जपूँ हरि नाम कहे हनुमान ।
कटे सब फंद करे जब ध्यान ।।
सुनो तन मानव है हरि धाम ।
भजो फिर लाल सदा प्रभु राम ।।

वही रघुनंदन है घनश्याम ।
रहा जग सुंदर है यह धाम ।।
लगाकर चंदन मैं नित भाल ।
करूँ फिर वंदन लेकर थाल ।।
२७/१२/२०२३    -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विधा   दाम छन्द

121   121   121   121


सुनो रघुनाथ खडा अब दास ।

हरो सब ताप लगी है आस ।।

Anuradha T Gautam 6280

बुराइयों को चाहे कितना भी अंधकार हो सूरज भगवान का ताप उसे दूर कर देता है थरथर कांपते शत्रु जहां पर #सूर्य देव की जय जय कार हो..🖊️ #समाज #ChhathPooja

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Devotional Page

प्रेम ताप - विरह वेदना #Poetry

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