Find the Latest Status about जानते हैं ना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जानते हैं ना.
yogesh atmaram ambawale
आँखे खोलो राधा,देखो हम सामने हैं| क्या चल रहा हैं दिल में तेरे,हम सब जानते हैं| ना दर्द हो तुम्हें ना तुम्हारा दिल दुखे, हम तो बस इतना ही हैं चाहते| नयना ना तरसे तुम्हारें हमें देखने, इस लिए हर पल हम तुम्हारे पास ही है रहते| Hola writeros 🖤🖤🖤 City Nights Club is bringing you a new series with an old and divine touch! "The Vridavan Nights" Collab on this aesth
Sonu Goyal
अज्ञात
पेज-31 यहाँ दोनों पक्षों में वार्तालाप के दौरान राकेश ने बताया मानक का घर परिवार में देखने सुनने जैसा कहीं कुछ रह नहीं गया था...क्यूंकि सब कुछ देख परख लिया गया था..! सुकन्या के पिता स्वयं ज्योतिष विद्या जानते थे... अस्तु वर वधू के सारे गुणधर्म मिलान हो चुका था.. गृहमैत्री अतिसुंदर मिलान.. वहीं वर पक्ष ने भी आश्वश्त किया केवल बहू के अतिरिक्त सोने का एक दाना भी नहीं चाहिये...! पर्दे के पीछे मानक की बहनों का सब्र टूटा जा रहा था लेकिन मेहमान नवाजी की मर्यादा उन्हें आगे आकर लड़की की तस्वीर देखने से रोक रही थी.. तब उन्होंने तान्या को अपना दूत बनाकर भेज दिया..तान्या ने सीधे जाकर राकेश से अपनी कोमल बोली में कहा-जी नमस्ते 🙏🙏, क्या हम सब कन्या की तस्वीर देख सकते हैं..! राकेश-ओह्हो पर बेटा अभी तो कन्या आप हो..! राकेश जोर से हंस पड़ा और कहा.. आपका शुभ नाम बताएंगे हमें.. तान्या-आप तो जानते हैं ना भैया.. आप ने ही तो लेकर आये हैं इस कालोनी में..! राकेश-ओह्ह. Sorry sorry.. पर बेटा लड़की तो आज सुबह पूरी कालोनी मे देख लिया है.. मंदिर में ही.. फिर भी आप.. ये लो उनकी तस्वीर..! तान्या तस्वीर लेकर.. एक पल में गायब और अपनी बड़ी बहनों के पास... ज्यों ही पिक पर नज़र पड़ी सबने एक स्वर मे कहा.. बधाइयां...बधाइयां.. बधाइयां... मन की मुराद पूरी हुई....! राकेश-(हाथ जोड़कर) जी, लड़कीवालों को मानक बेहद पसंद है उनकी स्वीकृति लेकर ही मैं मानक और मनीषा के विवाह बंधन के लिये अपनी सहमति देता हूं, अब आप यदि उचित समझें और मेरी बहन आपके परिवार की बधु बनने की योग्यता रखती हो तो शाम को गेस्ट हाउस में हम वधू पक्ष आपकी प्रतीक्षा करेंगे..! अगर आप अपनी रजामंदी दें तो शाम को ही सगाई का शुभ मुहूर्त है..और आज से सातवें दिन शुभ विवाह का उत्तम मुहूर्त है..! फिर जब मन मिले तो शुभस्य शीघ्रं.. वर पक्ष- हमें सब स्वीकार है.. ! आप तो सगाई की तैयारी करें श्रीमान.. राकेश-जी बड़ी खुशी की बात है... अब इजाज़त दीजिये..बहुत सी तैयारियां करनी हैं जय सियाराम.. 🙏🙏💐💐💐💐 आगे पेज-32 . ©R. K. Soni #रत्नाकर कालोनी पेज-31 यहाँ दोनों पक्षों में वार्तालाप के दौरान राकेश ने बताया मानक का घर परिवार में देखने सुनने जैसा कहीं कुछ रह नहीं गया
KP EDUCATION HD
KP NEWS for the same for me to get ©कंवरपाल प्रजापति टेलर सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी मनाई जाती है. इस साल 21 अगस्त 2023 को नाग पंचमी है. इस दिन शेषनाग, वासुकी नाग, तक्षक नाग,
Nadbrahm
भोजपुरी के सिद्धस्त नाट्यकार भिखारी ठाकुर के साथी हैं ये बाबा राम चन्द्र मांझी लौंडा नाच की विधा में बचपन से अब 96 वर्ष तक अर्पित कर चुके। कला को अपना जीवन अपनी साँसे देकर जीवित रखने वाले ये साधर दिखते जोगी हैं। जिनका जोग लगा है कला के नृत्य नाट्य विधा से । पद्म पुरस्कार धन्य हुआ आप को पा कर । ©BK Mishra बिहार की माटी से एक मांझी थे दशरथ मांझी सब जानते हैं ना वो फिलम भी आया रहा जबतक तोड़ेंगे नही तब तक छोडेंगे नही । वही जुनून वही समर्पण वही जिद
Kulbhushan Arora
प्रश्न चिन्ह?????? प्रश्नों के उत्तर भी जब प्रश्न बन के आने लगें ज़िंदगी प्रश्नचिन्ह हो के रह जाती है— % & प्रश्न चिन्ह?????????? चारों तरफ डर का माहौल, मास्क के पीछे छिपे चेहरे,माथे पे पड़े बल,आंखों में प्रश्न ,शंकित माहौल जिसमें जीना भी मुश्किल
Kulbhushan Arora
मेरी इच्छा है, इस किताब को लिख कर, यहीं पोस्ट करने की *प्रश्नचिन्ह*????? प्लीज़ बिना पढ़े लाइक ना करें, लाइक करें तो कमेंट भी करें मुझे सुधारने में सहयोग मिलेगा🙏🏼🙏🏼 प्रस्तुत है इसकी शुरुआत.... प्रश्न चिन्ह?????????? चारों तरफ डर का माहौल, मास्क के पीछे छिपे चेहरे,माथे पे पड़े बल,आंखों में प्रश्न ,शंकित म
Arsh
मेरी यह रचना उस चिट्ठी को समर्पित है जो मुझे यहीं इस #NOJOTO पर एक पोस्ट के रूप में दिखी थी। मुझे उस चिट्ठी के भाव इतने पसंद आएं कि बस उसचिट्ठी के शब्दों को आप तक पहुँचाने के लिए अपनी कल्पना से गुलमोहर की रचना कर पाया। कहानी में आगे आपको वह चिट्ठी हूबहू पढ़ने को मिल जाएगी। मेरी इस कहानी को आप कैप्शन में पढ़ सकते हैं उम्मीद है आपको पसंद आएगी जब भी इस पार्क में टहलने आता हूँ, चमककर वो चेतन चेहरा सामने आ हीं जाता है। उसे यहीं.. इसी पार्क में जॉगिंग करते देखा करता था। नव्या थी, उम्र
Vickram
ज़िन्दगी का सफर सब समझते हैं,,,,, हमारा जिंदा होना ही सबसे बड़ा एहसास है हमारा । कहीं ना कहीं इन परेशानियों की दवा भी तुम्हारे पास है । ये सच है कि तकलीफ़ें कुछ ज्यादा ही है जिंदगी में । पर वक्त भी बदलता रहता है ये भी तो सब जानते हैं । ©Vickram सब जानते हैं,,,,