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Harshada Patil
White "पैसों से मिली खुशी कुछ समय के लिए साथ रहती है.. लेकिन अपनों से मिली खुशी जीवन भर साथ रहती है" ©Harshada Patil #अपनों से मिली खुशी जीवन...
Naveen
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
"तुम चले जाओगे तो सोचेंगे हमने क्या खोया हमने क्या पाया...." इसे सुनते हुए आँख भर जाती है .. जाने तुम कैसे अचानक से मिल गए.. कुछ सोचने का मौका ही कहाँ मिला बस वक्त के साथ बहते बहते मैं घुल गया तुम्हारे भीतर.. ऐसे जैसे कि तुम मेरा ही कोई हिस्सा थे.. या फिर पिछला अधूरा किस्सा शायद... जिसे अब मिला पूर्णता.. तुम मेरी जीने की खूबसूरत हकीकत भी हो और दिलकश सा फरेब भी... सुनो... तुम कहीं भी रहो आवाज भर की दूरी पर रहना ...! तुम्हें पाना नहीं... तुम्हारा होना काफी है.. वफा की महक का घूँट भरने के लिए...!! #तेराइंतज़ार #followers ©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर * "#तुम #चले #जाओगे #तो #सोचेंगे हमने क्या खोया हमने क्या पाया...." इसे सुनते हुए आँख भर जाती है .. जाने तुम कैसे अचानक से मिल गए.. कुछ सोचन
Ashutosh Mishra
White दर्दे दिल की दवा नही मिलती ऐ जिंदगी,, तू भी बेवाफा निकली मौत मागी थी तुझसे तू भी हाथ छुड़ा के चली ,,,,, रह गया मैं तन्हा तू भी मुझे चिढ़ाती मिली। अल्फ़ाज मेरे✍️🙏🙏 ©Ashutosh Mishra #SAD दर्दे दिल की दवा नही मिलती ऐजिंदगी,,, तू भी बेवफा निकली मौत मागी थी तुझसे तू भी हाथ छुडा के चली ,,,,,, रह गया हूं मैं तन्हां तू भी मुझ
Rameshkumar Mehra Mehra
White मुमकिन हो तेरे बादें पर सोचेगे जरुर.... अगर मुमकिन हुआ,तो हम फिर मिलेगे....! मगर सोच की तू ,खुद को थोडा बदल लेना..!! अपने दिमाग से,पहले दिल को जगह देना.!!! हर शकस एक ,सा नही होता नही...!!!! जिंदगी एक बार मिली है...!!!!! आजमा कर इसे खोना नही... ©Rameshkumar Mehra Mehra # मुमकिन हो तेरे बादें पर सोचेंगे जरुर,अगर मुमकिन हुआ तो हम फिर मिलेगे,मगर सोंच की तू ,खुद को थोडा बदल लेना,हर शक्स एक सा होता नही,जिंदगी एक
#Nikita kour
वो ऊंचे पहाड़ों पर हाथ फैलाए खड़े थे। वो बहुत खुश थे कि उसने जो काम हाथ में लिया था, उसमें सफलता मिली। लेकिन अचानक नीचे घाटियों में खड़े लोगों ने उसके सफ़लता को देख बोहोत जल गए और उन्होंने उनके सीने में नहीं, बल्कि उनके चुप्पी पर गोली मार दी ताकि वह आगे कुछ बोल ही न पाए किसी का चुप्पी का फायदा उठाकर तुम उन को दुसरो के आगे मुख साबित कर सकते हो लेकिन किसी के बोले गए शब्दों को गोली नही मार सकते जीतना गोली मारोगे उतना ही ज्यादा शब्द आग की तरह फैलता चला जायेगा क्यूंकि शब्दों से जायदा मौन शोर मचाते हैं ©#Nikita kour #nikita kour वो ऊंचे पहाड़ों पर हाथ फैलाए खड़े थे। वो बहुत खुश थे कि उसने जो काम हाथ में लिया था, उसमें सफलता मिली। लेकिन अचानक नीचे घा
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- बढ़ाकर हाथ को छू लो गगन को । मिटा दो दिल से तुम अब हर शिकन को ।।१ चलोगे नेक पथ पर जब कभी भी । झुकेंगें फिर वो सिर तेरे नमन को ।।२ हिदायत तो यही सबको मिली है । कि भूलोगे न फिर अपने वतन को ।।३ न जाने पाये वो बचकर इधर से । डगर में आज बैठा दो नयन को ।।४ नहीं आती हमें है नींद तुम बिन । करूँ क्या मैं भला जाके शयन को ।।५ उठी आवाज है दिल से अभी ये । निभाना है हमें सारे वचन को ।।६ वफ़ा का नाम मत लेना प्रखर तुम । तरसते रह गये वह सब कफ़न को ।।७ १२/०४/२०२४ महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- बढ़ाकर हाथ को छू लो गगन को । मिटा दो दिल से तुम अब हर शिकन को ।।१ चलोगे नेक पथ पर जब कभी भी । झुकेंगें फिर वो सिर तेरे नमन को ।।२ हिदा
AYUSH SINGH
White सुख का दिन डूबे डूब जाए। तुमसे न सहज मन ऊब जाए। खुल जाए न मिली गाँठ मन की, लुट जाए न उठी राशि धन की, धुल जाए न आन शुभानन की, सारा जग रूठे रूठ जाए। उलटी गति सीधी हो न भले, प्रति जन की दाल गले न गले, टाले न बान यह कभी टले, यह जान जाए तो ख़ूब जाए। ©AYUSH Kumar सुख का दिन डूबे डूब जाए। तुमसे न सहज मन ऊब जाए। खुल जाए न मिली गाँठ मन की, लुट जाए न उठी राशि धन की, धुल जाए न आन शुभानन की, सारा जग र
Lotus Mali
मेरा बचपन और मैं..... आज कुछ पन्नों को, समेटकर रख रही थी मैं, उसमें मुझे एक पन्ना तेरी यादों का मिला, उन्हें देखकर, हर पल, हर लम्हा फिर से ताजा हुआ, संभाल कर रखे हुए लम्हों को, उन पुरानी यादों को, कुछ इस कदर जिया मैंने, जैसे मानो तुम मेरे पास ही हो.... तुम्हें पता है, मैं अपनी यादों को समेट कर रखती थी, और सब यादें, आज भी मेरे दिल के करीब है, उन यादों को, कुछ इस कदर जिया मैंने, मानों सदियों बाद मैं खुद से ही मिली हूं मैं खुद से ही मिली हूं..... -LotusMali https://lotusshayari.blogspot.com/ शब्दार्थ: तेरी याद, तुम्हें - बचपन ©Lotus Mali मेरा बचपन और मैं..... आज कुछ पन्नों को, समेटकर रख रही थी मैं, उसमें मुझे एक पन्ना तेरी यादों का मिला, उन्हें देखकर, हर पल, हर लम्हा फिर से