Find the Latest Status about घूरते from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, घूरते.
AnuWrites@बेबाकबातें
हम थे मासूम से, दिल भी नादान था , लोग बातों में हमको उलझाने लगे । दुनियादारी से हमको सबक यूं मिला , अब तो गुलज़ार भी...समझ आने लगे । ढूंढते शब्दार्थ , हम तो शब्दकोश में , शब्द जंजाल बनकर सताते रहे । बात कोई कुछ करें , घूरते हम रहे , अब तो हम खुद भी बातें बनाने लगे । बैठकर रात भर , चांद तकते थे हम , लोग दिन में भी तारें दिखाते रहे । जब से समझे है हम , आसमानों के खेल , हम भी ग्रह और नक्षत्र बताने लगे । सबसे पहले पहुंचते थे , महफ़िल में हम , मेजबानों में हमको गिनाते रहे । फिर तजुर्बे से हमको सलाह यह मिली , अब तो महफ़िल में देरी से जाने लगे । रास्तों पर भी चलने से , डरते थे हम , चौक-चौराहे हमको भटकाते रहे । खोकर खुद को ही ढूंढा है इस भीड़ में , अब तो हम सबको रस्ते बताने लगे । ©Anu...Writes #selflove हम थे #मासूम से, दिल भी #नादान था , लोग बातों में हमको उलझाने लगे । #दुनियादारी से हमको सबक यूं मिला , अब तो गुलज़ार भी...समझ आन
Nisheeth pandey
यूँ सामने आऊं तो घूरते रहते हो , मुझे दर्पण समझते हो क्या ..… यूँ पूझ लूं कोई बात तो होठ पर होठ दबा लेते हो , खुद को कलाकृति समझते हो क्या ….… #निशीथ ©Nisheeth pandey यूँ सामने आऊं तो घूरते रहते हो , मुझे दर्पण समझते हो क्या ..… यूँ पूझ लूं कोई बात तो होठ पर होठ दबा लेते हो , खुद को कलाकृति समझते हो क्या
Nitish Tiwary
सपनों का सौदा नहीं करते (read caption) ©Nitish Tiwary #akelapan कमरे की दीवारें ये छत, लाल पर्दा सब मुझे घूरते हैं सब जानने की कोशिश में लगे हैं
Kulbhushan Arora
क्या रूपाली, अचानक वो दस साल मेरे सामने जीवित कर डाले.... Dedicating a #testimonial to Rupali Lakhani रात के दो बजे होंगे अचानक से लैंडलाइन फोन की कर्कश ध्वनि से नींद के परखच्चे उड़ जाते हैं, अरे अभ
रिंकी✍️
तीसरी ताली 👇 कविता अनुशीर्षक में पढ़े जन्म लेते ही सब डर गए ये क्या ? जिंदा माँ बाप हाय फिर से मर गए लेकिन क्यो? अफ़सोस अफसोस का सन्नटा रहा तीसरी ताली ने जन्म लिया
Krish Vj
मां छुपा लो अपने आँचल में मुझे ज़माने से डर लगता है हर तरफ "ईर्ष्या" और "नफरत" "प्रेम" का सर्वत्र अभाव सा लगता है मां छुपा लो अपने आँचल में मुझे जमाने से डर लगता है | घूरते हैं लोग आंखों से लफ्जों से घायल करने की कोशिश करते हैं जरूरत पड़े तो तन से दुपट्टा खीचने से भी नहीं डरते है मां छुपा लो अपने आँचल में मुझे जमाने से डर लगता है || बेटी की करुण पुकार...... मां छुपा लो अपने आँचल में मुझे ज़माने से डर लगता है हर तरफ "ईर्ष्या" और "नफरत" "प्रेम" का सर्वत्र अभाव सा लगता है
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
कैप्शन में पढ़ें... 🌹 #yostowrimo में आज की कहानी का विषय है - वापसी। यह वापसी किसी भी तरह की हो सकती है। कई बार हम निश्चय कर रखते हैं कि ऐसा ही करके लौटेंगे मगर
यशवंत कुमार
उसकी चुटकी PART - l &ll #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqlovestory उसकी चुटकी Part-I विवाह को कुछ दिन ही बीते थे कि मेरे पड़ोस की कुछ लड़कियाँ मेरी श्रीमती जी से मिल