Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best बिछड़ते_अपने Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best बिछड़ते_अपने Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about

  • 1 Followers
  • 3 Stories

अबोध_मन//फरीदा

#पंख #आस_उम्मीद #बिछड़ते_अपने #अबोध_मन मुक्तक💝 #अबोध_मुक्तक #बदलते_रिश्ते सुन.! पंख फैला उड़ गए पखेरू, अब तू का बैठी ताक रही। विस्तृत नभ कबसे प्रतीक्षारत, तेरे ‘आँगन’ से उसे जाना था। ... #कविता #फ़क़तफरीदा

read more

अबोध_मन//फरीदा

कहोगे नहीं...फिर भी समझ जाऊँगी... पर चाहती हूं कि तुम ख़ुद उसे ज़ुबान दो।❤️ © फ़क़त “फरीदा” #अबोध_मन #अबोध_poetry #कहीं_अनकही #बिछड़ते_अपने #कविता #proposeday #कुछभी_typs #अबोध_अपराधबोध

read more
कह  देना मन में कहने को
कुछ आए तो,
रख  लेना  यादों  में हमको..
तनिक जो..
कभी तेरा दिल छू पाए तो..
देखो ना..
मरू है सूखा, दरिया खारा,
कौन है...बोलो
इश्क़ की प्यास बुझाए जो।
‘अबोध’ है..
समझा  देना ना प्यार से
कुछ ऐसा हो..
ग़र मुझे न समझ में आए तो।
..
अबोध_मन//“फरीदा”

©अवरुद्ध मन कहोगे नहीं...फिर भी समझ जाऊँगी...
पर चाहती हूं कि तुम ख़ुद उसे ज़ुबान दो।❤️

© फ़क़त “फरीदा” 
#अबोध_मन 
#अबोध_poetry 
#कहीं_अनकही
#बिछड़ते_अपने

अबोध_मन//फरीदा

उसकी आँखों में ख़ुद को हम खोजते रहे, तस्वीर ली थी उसने, बस आँखों में सजाना याद नहीं। हृदय की स्पंदन में हम उसको सुनते रहे, ’चाहता तो बेहिसाब है, बस इज़हार नहीं,कोई बात नहीं। यादों की गठरी को ख़ुद में भींच के सोता है, अंदर ही अंदर वो रोता है, बाहर कहीं कोई बरसात नहीं। #alone #शायरी #नज़्म #nojotonazm #अबोध_मन #अबोध_poetry #बिछड़ते_अपने

read more
उसकी आँखों में ख़ुद को हम खोजते रहे,
तस्वीर ली थी उसने, बस आँखों में सजाना याद नहीं।

हृदय की स्पंदन में हम उसको सुनते रहे,
’चाहता तो बेहिसाब है, बस इज़हार नहीं,कोई बात नहीं।

यादों की गठरी को ख़ुद में भींच के सोता है,
अंदर ही अंदर वो रोता है, बाहर कहीं कोई बरसात नहीं।

मुस्कुराती आँखों से वो आईने को मात देता है,
कौन देख उसे कह सकता, कि दिल से वो है शाद नहीं।

अपनी ही दीवारों पे,जज़्बात वो अपने लिखता है,
रानाइयाँ, रुबाइयाँ, फलसफे, क्या–क्या उसे ज्ञात नहीं।

अपनी डगर, अपना सफ़र, चलता जाए अकेला,
’अबोध’ तुझे बतलाना था, कल वक्त नहीं, मैं आज नहीं।
...
_अबोध_मन//“फरीदा”

©अवरुद्ध मन उसकी आँखों में ख़ुद को हम खोजते रहे,
तस्वीर ली थी उसने, बस आँखों में सजाना याद नहीं।

हृदय की स्पंदन में हम उसको सुनते रहे,
’चाहता तो बेहिसाब है, बस इज़हार नहीं,कोई बात नहीं।

यादों की गठरी को ख़ुद में भींच के सोता है,
अंदर ही अंदर वो रोता है, बाहर कहीं कोई बरसात नहीं।


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile