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Best ढाल Shayari, Status, Quotes, Stories

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Insprational Qoute

//सिपर:-ढाल//

बन सिपर-ए-जहाँ उन बेसहारे नन्हे मासुम का तुम उनका साथ देना,
बड़े ही मायूस होते हैं ये स्वभाव से न कभी इन्हें नजरअंदाज कर देना,
न जाने ये कि किस अत्यंत क्लिष्ट ज़ुर्म की सजा ये बेवजह ही भुगतते हैं,
मिल जाये कहिं ये मायूस चेहरे तो स्नेहस्पर्श से इनकी किस्मत पर हाथ फेर देना। #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #सिपर #ढाल

Pankaj Singh Chawla

रहती है फिक्र तेरी,
तेरा साया बन तेरे साथ चलूं,
आये न कोई दुःख तुम पर,
कर कदम पर तेरी ढाल बनूं।। #फिक्र #साया #दुःख #ढाल #yqbaba #yqdidi #yqpowrimo #pchawla16

Gumnam Shayar Mahboob

गैरों का भी मैंने बहुत ख्याल रखा है 
उनके के ही मुताबिक खुद को ढाल रखा है 
खुद बिखरा हुआ हूं मैं जर्रे की तरह 
पर हर रिश्ते को सलीके से संभाल रखा है #गैरों #ख्याल #ढाल #जर्रे_जर्रे 
#सलीके #संभाल 
#गुमनाम_शायर_महबूब 
#gumnam_shayar_mahboob

Drg

सफ़ेद वस्त्र को अपनी ढाल बना कर कौनसा बहादुरी का कार्य करते हो जनाब? 
कभी इस रंग के गुणों को अपना, एसा कोई काम भी कर लिया करो #सफ़ेद #YQdidi #YQbaba #hindi #वस्त्र #ढाल  #बहादुरी #रंग #गुण #wordoftheday

VivekG poetry

मुझे एक ढाल न बनाया जाय।
मैं जीता,जागता हु महज एक खाल न बनाया जाय।
मेरी नजरो में ही  झलकता है चेहरा तेरा,
ये तुम्हे देखे तो सवाल न बनाया जाय।
खुद ही फ़ँस चुका हूं तेरी रेशमी जुल्फों में,
 मुझे फ़साने के लिए कोई जाल न बनाया जाय।

©Actor vivek poetry #ढाल
#खाल

Abundance

#ढाल #शिक्षाविद #वो पोस्ट जिसके अर्थ गहरे भाव गहरे, जब लोग उसे नहीं पढ़ते है उसपर लिखी हूँ......

क्यूँ ऐसे ढाल दिया मुझे हास्य के बहाव में...
ऐ ख़ुदा (मालिक )
जब मै पुरी सीख अपनी निचोड़ कर लिख देती हूँ
शब्द पानी के प्रवाह सा बहता हुआ दिखता है
बस कुछ लोग साहित्यिक रहस्य को भापते है 
आलोचना स्वीकार्य है, नजरअंदाजगी इस कदर तेरी हर बार सालती (चुभती )हैl

©Mallika #Thoughts

✍️ # ASHISH GUPTA

#स्वार्थ_नीति ✍️.................

बन #रहनुमा कुछ लोगो  का
एक #विचारधारा में वहा रहे
अपना काम   सरल हो जाये
#सो उनको  #ढाल बना रहे

जब तक नही #राज गद्दी पर
तब तक ही #सत्कार कर रहे
मिले  राज   गद्दी हो  संम्पन्न
भाई से   भाई को लड़वा रहे

""""""""""""""✍️"""""""""""""""

हम सब माँ भारती की संतान
फिर क्यों आपस मे #बेर करे
जो हमको आपस मे   लड़ाये
आओ उनका  बहिष्कार  करें
    
                 ✍️ #Ashish_Gupta

Dr Manju Juneja

दर्द की दास्तां दर्द बड़ी खूबसूरती से कह रहा के तू मुझे अपनी गज़ल अपनी नज़्म में ढाल ले ।मुझे अपने अंदर मत रखना नही तो मैं तुम्हे खोखला कर दूँगा इसलिए दोस्तों अपने दर्द को अपने अंदर कभी मत रखना दर्द इंसान को खोखला कर देता है चाहे दीवारों से बात करे आप चाहे कागज़ों पर अपना दर्द उतार दें ।चाहे किसी के आगे रो लें ।लेकिन अपने दर्द को अपने अंदर दबाएं नही । जब दर्द होता है तो उसे खुशी भी महसूस नही होती । खुशी भी आती है तो दस्तक दे कर चली जाती है #मैं#दर्द#हूँ#पहचान#गज़ल#नज़्म#ढाल#nojotoshyri #nojotohindi #urduhindishayri

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मैं दर्द हूँ हो सके तो मुझे पहचान ले 
अपनी गज़ल ,नज़्म में मुझे ढाल ले दर्द की दास्तां दर्द बड़ी खूबसूरती से कह रहा के तू मुझे अपनी गज़ल अपनी नज़्म में ढाल ले ।मुझे अपने अंदर मत रखना नही तो मैं तुम्हे खोखला कर दूँगा 
इसलिए दोस्तों अपने दर्द को अपने अंदर कभी मत रखना दर्द इंसान को खोखला कर देता है चाहे दीवारों से बात करे आप चाहे कागज़ों पर अपना दर्द उतार दें ।चाहे किसी के आगे रो लें ।लेकिन अपने दर्द को  अपने अंदर दबाएं नही ।
जब दर्द होता है तो उसे खुशी भी महसूस नही होती । खुशी भी आती है तो दस्तक दे कर चली जाती है 
#मैं#दर्द#हूँ#पहचान#गज़ल#नज़्म#ढाल#nojotoshyri #nojotohindi

Abhay Bhadouriya

बदलाव का दौर पुरुष स्वयं को ढाल लेता है भावनाओं को नियंत्रित करके सबकुछ सहकर भी रहता अटल सा किसी " पर्वत" की तरह... स्त्री स्वयं को ढाल लेती है #समुद्र #विचार #प्रकृति #abhaybhadouriya #iitkavyanjali #बदलावऔरवक़्त

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बदलाव का दौर

पुरुष स्वयं को ढाल लेता है 
भावनाओं को नियंत्रित करके 
सबकुछ सहकर भी रहता
अटल सा किसी " पर्वत" की तरह...

स्त्री स्वयं को ढाल लेती है
स्वयं को स्वयं तक सीमित करके
सबकुछ आपने भीतर सहेज कर भी
शांत सी किसी "समुद्र" की तरह.......

मैंने अक्सर देखा है  
समुद्र की लहरों को पर्वत से टकराते हुए बदलाव का दौर

पुरुष स्वयं को ढाल लेता है 
भावनाओं को नियंत्रित करके 
सबकुछ सहकर भी रहता
अटल सा किसी " पर्वत" की तरह...

स्त्री स्वयं को ढाल लेती है

akela

धुल सा  बिखरा पड़ा था कहीं बधार में
समेट कर लाया किसी कुम्हार ने ।

और बिगोया पिटा मुझको रात में
जिदंगी की चाक पर कुछ ऐसा गुमया उस्ताद ने
पल में ढाल गया जीवन की ढाल में।।

फिर तपाया आग में
तब मै निकला जिन्दगी की तलाश में।।                      अकेला,... #Worldteachersday
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