Find the Latest Status about तब्दील from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तब्दील.
Babli BhatiBaisla
उसमें तब्दीलियां सारी हम नज़रंदाज़ करते रहे लहज़े में बदतमीजी और बेरूखी बर्दाश्त करते रहे खता महज़ एक थी हम किस्मत का कसूर समझते रहे ना हक ही खुद को ख़ाक उसको आसमां समझते रहे इन सब के बीच एक सच्चाई मजबूती से दिखाई दी खुद की जमीन भी है हम ही और बेशक आसमान भी बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla तब्दीलियांR... Ojha Mili Saha Ashutosh Mishra Sethi Ji Neel Bhardwaj Only Budana
Bhupendra Rawat
तारीखें बदल जाती है लेकिन दिन नहीं बदलते समय के साथ चेहरा तो बदलता है लेकिन जीने के ढंग नही बदलते अजब हाल है यां इंसानो का पूरे जहाँ मे तो तब्दीली चाहते है लेकिन कभी ख़ुद को नही बदलते ©Bhupendra Rawat #snowpark तारीखें बदल जाती है लेकिन दिन नहीं बदलते समय के साथ चेहरा तो बदलता है लेकिन जीने के ढंग नही बदलते अजब हाल है यां इंसानो का पूरे ज
Manjeet
सारी राजनीति को हिंदू-मुस्लिम पर केंद्रित कर सत्ता और मीडिया के घटिया तबके ने लोगों का नजराना कितना बदल दिया है, तिरंगे की Photo लगाने वाला देशभक्त, और अपने मान सम्मान के लिए सड़कों पर लड़ने वाले देश की शान किसान,पहलवान को देशद्रोही में कर तब्दील दिया है! ©Manjeet सारी राजनीति को हिंदू-मुस्लिम पर केंद्रित कर सत्ता और मीडिया के घटिया तबके ने लोगों का नजराना कितना बदल दिया है, तिरंगे की Photo लगाने वाला
DrUsha Kushwaha
सुनो! जरा बताना कहां मिलेंगे वो एकांत जहां मैं गुनगुना सकूं, अपनी कविताओं में एक नये गीत, जो अंकुरित होने से पहले ही भेद दी जाती है मेरे कानों के जरिए मेरे मन तक। अपनी संवेदनाएं, को तब्दील कर सकूं खुले आसमान के तले, जहां सिर्फ मैं रहूं, और मेरी कविताएं। निश्चित ही मिलेगा, वो प्रेम जो विलुप्त हो चुके हैं मेरे भावनाओं में बहकर, आशंकाएं नहीं ये, विश्वास है मेरा कहीं तो होगा, जहां चित लगे, एक ऐसा बसेरा। "एकांत की खोज में भटका एक पथिक" ...... .....!! #स्वरचित ....@Drusha.. ✍️🌺 ©DrUsha Kushwaha #standout सुनो! जरा बताना कहां मिलेंगे वो एकांत जहां मैं गुनगुना सकूं, अपनी कविताओं में एक नये गीत, जो अंकुरित होने से पहले ही भेद दी जाती ह
Nisheeth pandey
गाँव का धर्मपरिवर्तन ********************* शहर बना मैं गाँव को उजाड़ , मैं शहरी लाले लाल। दीवानी मैं चकाचौंध की,तु कीचड़ की धूल।। जैसी रखते सोच हम, वैसी ऊंची बोल। हम पालते रंगा सियार भी ,पहने कोई खोल।। हम देते फैशन को जादुई मुकाम, ऊँची ऊँची इमारत छूता आसमान। सोहरतवाजी में सभी को नचाते, गॉव का काट रहें हैं मान सम्मान कान।। मेरे पास जो है बनाते उसे शिक्षित बहुरिया, यकीनन करती खूब कमाल। गाँव को टाटा बाये - बाए बोलते, करते धर्म परिवर्तन गाँवों की ,अन्तः होते शहर में तब्दील ।। #निशीथ ©Nisheeth pandey #merasheher शहर बना मैं गाँव को उजाड़ , मैं शहरी लाले लाल। दीवानी मैं चकाचौंध की,तु कीचड़ की धूल।। जैसी रखते सोच हम, वैसी ऊंची बोल। हम पा
Author kunal
रातों में चहकती चमकती जुगनू जैसी वो लड़की तमस को जीती हुई नायाब तुलु जैसी वो लड़की या'नी उसके इक दीद पे हि निसार हो जाए कोई भी यानी कह रहा परिजाद में गुल रु जैसी वो लड़की उसके आते हर फ़िजा हर मंजर गुलजार में तब्दील महकी महकी गुलाब की ख़ुशबू जैसी वो लड़की पल में हँसती पल में रो देती जज्बातों से लबरेज़ थोड़ी अल्हड़ थोड़ी पागल मजनूँ जैसी वो लड़की पांँव में पायल माथे पे चाँद की बिंदियाँ आए - हाए छन छन करती बहिशत की घुँघरू जैसी वो लड़की जबसे उसको लिखना चाहा तब से हि मुकम्मल हुँ मैं गोया के हसीन मआनी में उर्दू उर्दू जैसी वो लड़की ©Author kunal #Love #poet #chand #bond #gajal #kunu #viral #kunal
Vedantika
इंसान लघुकथा आज शहर में दहशत का माहौल है। सब तरफ अफर-तफरी मची हुई है। दुकानें जलाई जा रही हैं,बसे फूंकी जा रही है।औरते और बच्चे घर में डर से थर-थर काँपते हुए दुबक गये है। Day:9 आज शहर में दहशत का माहौल है। सब तरफ अफर-तफरी मची हुई है।दुकानें जलाई जा रही हैं,बसे फूंकी जा रही है। औरते और बच्चे घर में डर से थर-थर
Vedantika
इंसान (एक माँ का फैसला) (अनुशीर्षक में) आज शहर में दहशत का माहौल है।सब तरफ अफर-तफरी मची हुई है।दुकानें जलाई जा रही हैं,बसे फूंकी जा रही है।औरते और बच्चे घर में डर से थर-थर काँपते ह
Niwas
ख़ुद का जीवन वृत्तांत..... आज मैं ख़ुद पर लिखता हूं।किसी लेखक के लिए ख़ुद पर लिखना दुनिया का सबसे कठिन काम है।जन्म एक साधारण संयुक्त परिवार में। पिता बेहद अनुशासन प्रि
Niwas
#Letter to Brother प्रिय अनुज, वैचारिक मतभेद जीवन की ख़ूबसूरती है। सर्वोच्च शासण की पद्धति लोकतंत्र का सबसे मजबूत पिलर नीतिगत मतभेद ही है।परन्तु मतभेद जब मनभेद