Nojoto: Largest Storytelling Platform

New दादुर Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about दादुर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दादुर.

    LatestPopularVideo

अदनासा-

Harlal Mahato

वर्षा ऋतु और दादुर #वर्षा_ऋतु #rainydays #Marriage Shalini Pandit prajakta indira Priya Gour Pushpvritiya #कविता

read more
मेघा  गरजा  बारिश  हुई
देखो बुंदें छबीली नच गई
सुप्त-सयाना  दादुर  भैया
टर्र-टर्र कर कर ली सगाई

चटाई  बिछाई   तरणी  ने   तट  पर
पुलकित  पुष्प  रंग  लगाए  पट  पर
जुगनुओं की अगुवाई में बारात आई
रस्में  होने  लगी  झटपट  पनघट पर

पाहुन-पग  धुलाए तरुण ताल
आसन  परोसा स्वच्छ  शैवाल
मीन रोहू  लगी  खातिरदारी में
दृष्टि दिए रखा सब पर हरलाल

शस्य  सजाए  माड़ुआ  सप्तरंग
मुदित मन से घोंघा बजाए मृदंग
मंत्र  उच्चारण  किए  केकड़े  ने
दूल्हन आई सज-धज रौशनी संग

©Harlal Mahato वर्षा ऋतु और दादुर
#वर्षा_ऋतु #rainydays 
#Marriage  Shalini Pandit prajakta  indira Priya Gour Pushpvritiya

Naresh Chandra

कारे बदरा गहराय रहे फिर कारी बदरिया छाय रही बरखा रानी निकरौ घर से प्यासी धरती अकुलाय रही। पपिहा भी शोर मचाय रहा दादुर भी टेर लगाय रहा जन ज #कविता #banjar

read more
कारे बदरा गहराय रहे
फिर कारी बदरिया छाय रही 
बरखा रानी निकरौ घर से
प्यासी धरती अकुलाय रही।
पपिहा भी शोर मचाय रहा
दादुर भी टेर लगाय रहा 
जन जीवन अब घबरा करके 
दैव दैव की रट लगाय रहा।

©Naresh Chandra कारे बदरा गहराय रहे
फिर कारी बदरिया छाय रही 
बरखा रानी निकरौ घर से
प्यासी धरती अकुलाय रही।
पपिहा भी शोर मचाय रहा
दादुर भी टेर लगाय रहा 
जन ज

Harlal Mahato

#दादुर #विवाह #nojotopoetry #nojotohindi Anshula Thakur Anshu writer indira Roshani Thakur 🌹Adhoori Khwahish🌹 Tarani Nayak(di #poem

read more
मेघा गरजा बारिश हुई,     
बुंदे छबीली नच गई।       
सुप्त-सयाना दादुर भैया,     
टर्र टर्र कर ली सगाई।।     

   चटाई बिछाई तरणी ने तट पर,           
 पुलकित पुष्प ने रंग लगाया पट पर।   
  जुगनूओं की अगुआई में बरात आई ,   
  रस्म  होने लगी झटपट पनघट पर।।    

पाहुन-पग धुलाए तरुण ताल  ,   
आसन परोसा स्वच्छ शैवाल।      
मीन रोहू लगे खातिरदारी में,      
  दृष्टि दिये रखा सब पर हरलाल।।    

शस्य सजाया मंड़ुआ सप्तरंग,           
मन मुदित हुआ घोंघा बजाए मृदंग।    
 मंत्र उच्चारण किये केकड़े ने,             
  दुल्हन आई सजधज रौशनी संग।। #दादुर 
#विवाह 
#Nojoto 
#nojotopoetry 
#nojotohindi  Anshula Thakur Anshu writer  indira Roshani Thakur 🌹Adhoori Khwahish🌹  Tarani Nayak(di

Sadashiv Yadav

बरसे बदरा भीगें गजरा दादुर के दिन आई गयें तरूवर झूमें गिरिवर सीझे देखके बल खाई गयें मन मानत न कुछ जानत न बेलों की तरह लिप टाई गयें बेगाना"

read more
 बरसे बदरा भीगें गजरा दादुर के दिन आई गयें 
तरूवर झूमें गिरिवर सीझे देखके बल खाई गयें
मन मानत न कुछ जानत न बेलों की तरह लिप टाई गयें 
बेगाना"

सोमेश त्रिवेदी

अंगना में बेला फूलाइल बा आज अंगना दुआरी मोर सउसे अटारी फइलल बा गंध मंद खुशबु समाइल बा, रात बहल बयार आ बरसल फुहार तऽ दादुर के टेर सुनी जियर #कविता

read more
अंगना में बेला फूलाइल बा

आज अंगना दुआरी मोर सउसे अटारी
फइलल बा गंध मंद खुशबु समाइल बा,

रात बहल बयार आ बरसल फुहार तऽ
दादुर के टेर सुनी जियरा जुड़ाइल बा।

काहें बगइचा में कोयल किलोर करे
काहें के अंखिया के पुतरी सुखाइल बा,

काहें झरोका से झांके चनरमा
इ मादक सुगंध काहें मउसम मताइल बा।

पूछली हऽ धनिया अपना सजनवा से...
तऽ कहलें अंगनवा में बेला फूलाइल बा।

©® सोमेश_त्रिवेदी अंगना में बेला फूलाइल बा

आज अंगना दुआरी मोर सउसे अटारी
फइलल बा गंध मंद खुशबु समाइल बा,

रात बहल बयार आ बरसल फुहार तऽ
दादुर के टेर सुनी जियर

Bharat Bhushan pathak

holikadahan होलीholinojotohindipoetryसाहित्यछंद चित्रपदा छंद विध

read more

Sanket Bharti

मृगतृष्णा को मारकर थोड़ा सा तो ज्ञान ले अपने अस्तित्व को थोड़ी सी तो पहचान दे जाल है यह रूप का चित्र के स्वरूप का मालिन जो मन है तेरा दाद

read more
अपने अस्तित्व को थोड़ी सी तो पहचान दे
पूरी कविता कैप्शन में है मृगतृष्णा को मारकर थोड़ा सा तो ज्ञान ले
 अपने अस्तित्व को थोड़ी सी तो पहचान दे
जाल है यह रूप का 
चित्र के स्वरूप का
मालिन जो मन है तेरा
 दाद

B Pawar

यहां नीचे पूरा पढ़े 👇 तुमसे मिला हो जैसे जैसे बरसों के प्यासे को अमृत की प्याली, सावन का अंधा जो देखे हरियाली,

read more
तुमसे मिला हो जैसे 
जैसे बरसों के प्यासे को अमृत की प्याली, 
सावन का अंधा जो देखे हरियाली, 
पतझड़ के मौसम मे बहारों का आना, 
नदियों के जल का समंदर मे मिल जाना, 
जैसे बिछड़े हंसो का ये फिर से मिलन हो, 
लो आसमाँ झुक गया है ज़मीं के मिलन को, 
जैसे दादुर के मुख पड़ी बरसा की बुँदे, 
कोई भटकता राहगिर जो मंजिल को ढूँढे, 
बेरंग ज़िंदगी मे कोई रंग भर रही हो, 
धीमी सी ज़िंदगी की रफ्तार बढ़ रही हो.— % & यहां नीचे पूरा पढ़े 👇

तुमसे मिला हो जैसे

जैसे बरसों के प्यासे को अमृत की प्याली,

सावन का अंधा जो देखे हरियाली,

Jitendra Mishra

बादल घनघोर आये, अम्बर में छा गए। कड़की बिजली जोर से, खूब गरजे खूब बरसे, राजा तो मस्ती में सोये, रंक की नींद उड़ा गये।। टुटा सा घर रंक का, राजा #Trending #कविता #गरीब #मौसम #बरसात #viral #अमीर

read more
बादल घनघोर आये,
अम्बर में छा गए।
कड़की बिजली जोर से,
खूब गरजे खूब बरसे,
राजा तो मस्ती में सोये,
रंक की नींद उड़ा गये।।
टुटा सा घर रंक का,
राजा का महल रहा।
राजा मस्त पकौड़े में,
रंक चिंताग्नि में जल रहा।।
दिन धीरे धीरे बीत रहा,
छत से टपकता पानी था।
रंक जो ठहरा बेचारा,
बनवा पाना बेमानी था।।

पानी इस कदर बरसा,
नदी नाले भर गए।
चिंता से रंक हृदय,
जल से भी जल गए।।
टर टर करते दादुर,
वर्षा गीत गा रहे थे।
मानों कर्कश वाणी से,
रंक को चिढ़ा रहे थे।।
थी गरीबी इस कदर,
टपके से भीगा रात भर।
न टूटे घर को बना पाया,
न गिरने से बचा पाया।।

©Jitendra Mishra बादल घनघोर आये,
अम्बर में छा गए।
कड़की बिजली जोर से,
खूब गरजे खूब बरसे,
राजा तो मस्ती में सोये,
रंक की नींद उड़ा गये।।
टुटा सा घर रंक का,
राजा
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile