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Dileep Bhope
पीक पैशाचे ताठ लव्हाळागत उभे ओशाळल्यागत झाली कणसे! काय झाले असे की, मृगजळाच्या पुराने म्हणे काल वाहून नेली माणसे!! #दिबाभोपे ©Dileep Bhope #पीक
RAVINANDAN Tiwari
चिक सताये रोजाना चौंक कर, दीक करे दे उल्हाना शौक पर! कि पीक सारी रोटी पानी को... बिक भी न पायें जब चौक पर छींक भी पायें अब क्या छौंक कर!!:) ©RAVINANDAN Tiwari चिक-कमर या पीठ दर्द पीक - रंग #हल्के_कलम #कच्ची_सड़क #nojothindi #NojotoFilms #Nojoto
Nagesh munde MN creation
चारी बाजूनी उठले रान सुन्न झाले आमचे कान शरमेने झुकते मान असली जरी गोष्ट सान भ्रष्टाचाराची उबग महान पैश्याची मोठी तहान गावे कसे सत्याचे गान उठले चोहो बाजूनी मतलबी रान काँग्रेस बीज पसरले फार राष्ट्रास वादी प्रतिवादी दोनचार तेही पडले गप्प गार बीजाचा मोठा मनास खार सुपीकाचे झाले नापीक नांगरटी करून पाहिले एकवार तरी उगवे स्वार्थी बिंब मागे पाहता पुढे आदर्श प्रतीवार आपणच आपले कर्णधार करू चला पुन्हा निर्धार आता नको माघार धरू सत्याचा आधार असला जरी दुर्धर आजार अन नापाक शेजार करू साऱ्यांना बेजार घालुनी देशभक्तीचा जागर पुन्हा एकवार....!!! ©Nagesh munde MN creation आज माझ्या तालुक्याच्या तलाठी कडे गेलो शेत नावावर करायला तर तो 15000रू मागतोय आता करावं तरी काय शेतात पीक पण पिकत नाही आणि अस याना पण पैसे द
Ankur tiwari
एक दिन ऐसी एक रात हुई कुछ जज्बातों की बात हुई उसने था कहा कुछ बोलो ना ख़ामोश लबों को खोलो ना क्यों इतना तुम शर्माते हो ना दिल के राज बताते हो जो बीत गया वो पीड़ा थी हर बात से तुमको घृणा थी क्यों मन मयूर को रोका ना ख़ुद को तुमने क्यों टोका ना जब प्रीत छलावा था उसका जज़्बात दिखावा था उसका हर बात को था जब जान लिया फिर झूठ को सच क्यों मान लिया तेरा ऐसा करना था ठीक नहीं यह प्यार था कोई पीक नही पर पीक से फिर भी बच जाते है पर प्रीत में सब लुट जाते है ©Ankur tiwari #loyalty एक दिन ऐसी एक रात हुई कुछ जज्बातों की बात हुई उसने था कहा कुछ बोलो ना ख़ामोश लबों को खोलो ना क्यों इतना तुम शर्माते हो ना दिल के र
Vinod Umratkar
नको नको रे पावसा इतका नको रे बरसू। पीक गेलंय हातचे नको जीवाला तरसु। तूच मायबाप अम्हूचा सारं तुयाच आहे हाती। गेली वाहून सारी माती झाली चिपड मायी शेती। तू बरसून गेला इतका सारं गेलं न्हाहून वाहून। मी कोणत पाप केलं मले एकटा गेला ठेऊन। पुन्हा एकदा असाच धो धो बरसजो माह्याकड। की वाहून गेले पाहिजे माह्या जीवअंगाचे लाकडं। नको नको रे पावसा इतका नको रे बरसू। पीक गेलंय हातचे नको जीवाला तरसु। तूच मायबाप अम्हूचा सारं तुयाच आहे हाती। गेली वाहून सारी माती
Mysterious Girl
Sunsa Kerapa
मिनटा में बोलजा तु मांसु तने प्यार से _ सेकण्डा में बोलजा तु मेरा एक यार से , के कहु मैडम तने तेरे पाछे मरगा _ ओर तेरी बोली पाछे मैं बणरा बेकार से , तेरी पाछे यार छोडे जो मेरी जान से , ओर तेरे ते मैं केवण लागीया तु हि मेरी जान से , कदर ना करी तूने होया मैं बेहाल रे खूद की नजरा में बणगा मैं गद्दार से .... मिनटा में ........................................................................बणरा बेकार से ! बेटे - बेटे बोलण आले ने भी तेरे पाछे मने डाटा था , तेरे पाछे मैडम मने सारा का ही काँल काटा था , बडा म्हारा भाई म्हारी करता था बढाई से , ऊणने भी यो तेरे पाछे मने खरी खोटी सूनाई से , छोड जा से मैडम मने दिल ते आही पुकार से .... मिनटा में ........................................................................बणरा बेकार से ! कदे खेला ना जज्बात से - अपणा कहके बोला तने तु भी मेरा साथ से , पर तने ना से बैरा तेरा कितना से यो बदल जाणा यो ही जाणके सुनसा केरापा तेरे ते दुर हो रहा यो आज से , सच जाणु से तेरा मैडम मने देख लिना तेरा हर यो अवतार से ....... मिनटा में ........................................................................बणरा बेकार से ! #NojotoQuote मिनटा में बोलजा तु मांसु तने प्यार से _ सेकण्डा में बोलजा तु मेरा एक यार से , के कहु मैडम तने तेरे पाछे मरगा _ ओर तेरी बोली पाछे मैं बणरा ब
OMG INDIA WORLD
100 से अधिक वैज्ञानिकों का आकलन • कोरोना अब घातक नहीं 2022 में कोरोना महामारी नहीं रहेगी भास्कर न्यूज | वॉशिगटन/ लंदन दुनियाभर में 54 लाख मौतों की वजह बना कोरोनावायरस 2022 के अंत तक सामान्य फ्लू में तब्दील हो सकता है। यह खत्म तो नहीं होगा, लेकिन इससे होने वाली मौतों को लगभग शून्य किया जा सकता है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से फैलने की खबरों के बीच डब्ल्यूएचओ से जुड़े 100 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने कोरोनावायरस के भविष्य को लेकर एक समग्र रिपोर्ट तैयार की है। इसमें बताया गया है कि कोरोनावायरस को रोकने के लिए 2022 में कई नई दवाएं कारगर साबित होंगी। जैसे शुरुआती दौर में वैक्सीन ने इसकी गंभीरता को कम किया, ठीक वैसी हो भूमिका कोविडरोधी दवाएं निभाएंगी। अगले 3 से 6 महीने में ऐसी सैकड़ों दवाएं बाजार में उपलब्ध होंगी। वैज्ञानिकों का मानना है कि 2022 के अंत तक कोरोनावायरस भी उसी स्थिति में पहुंच जाएगा, जैसे 1918 में स्पेनिश फ्लू और 2009 में स्वाइन फ्लू था। यानी, ये खत्म तो नहीं हुए लेकिन दवाओं की मदद से इससे होने वाली मौतें रोक दी गईं। 2022 में कोरोनावायरस के साथ जिंदगी कैसी होगी, इसे लेकर वैज्ञानिकों ने चार प्रमुख बातें सामने रखी हैं, जो इस प्रकार हैं... वैज्ञानिकों ने कहा- 2022 के अंत तक कोरोना से मौतें शून्य हो सकती हैं, पर यह सामान्य फ्लू की तरह रहेगा वैक्सीन के अलावा सैकड़ों कोविडरोधी दवाएं कतार में 1. कोरोना सीजनल बीमारी जैसा होगा, 99% मरीज घर पर ही ठीक हो जाएंगे अगले साल तक 90% देशों की पूरी वयस्क आबादी का वैक्सीनेशन हो जाएगा। 100 से ज्यादा देशों में 80% आबादी बूस्टर डोज भी लगवा चुकी होगी। फिर भी साल में एक-दो बार संक्रमण पीक पर हो सकता है। ज्यादातर देशों में पीक सर्दी में संभव है। लेकिन, इससे मौतें नहीं के बराबर होंगी। नई दवाएं भी अहम होंगी। यह साफ है कि संक्रमण नहीं रुकेगा, लेकिन संक्रमितों को बचाना आसान होगा। 2. दुनिया मास्क फ्री होगी, पर बीमार लोगों के लिए मास्क अनिवार्य रहेगा जॉन हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के महामारी विशेषज्ञ डॉ. शॉन लव हैं कि वायरस के सीजनल फ्लू में तब्दील होने के बाद दुनिया मास्क फ्री हो सकेगी। कुछ देश मास्क की अनिवार्यता खत्म करना शुरू भी कर चुके हैं। सिर्फ बीमारों को 2-3 हफ्ते मास्क पहनना पड़ेगा। सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत सिर्फ गंभीर संक्रमण वाले इलाकों में होगी। 3. हर साल बूस्टर डोज लगाना दुनिया के कई देशों की मजबूरी बन जाएगी कोरोना से लड़ने के लिए ज्यादातर देशों ने बूस्टर डोज का रास्ता अपनाया है। सिर्फ वही देश बूस्टर नहीं लगा रहे, जहां आबादी को प्राइमरी दो डोज नहीं लगी हैं। कोरोना का संक्रमण जब-जब फैलेगा बूस्टर डोज उसको गंभीरता को कम रखने में मददगार साबित होंगी। इसलिए अमेरिका, ब्रिटेन, चीन जैसे देशों ने बूस्टर डोज को अनिवार्य कर दिया है। 4. अगले साल हर बच्चा वैक्सीनेट हो सकता है, कोरोना टेस्ट भी सस्ता होगा 100 से ज्यादा देशों में बच्चों का वैक्सीनेशन जारी है। चीन, इजरायल जैसे कुछ देश बच्चों के बूस्टर डोज भी मंजूर कर चुके हैं। लेकिन, भारत समेत ज्यादातर एशियाई देश और अफ्रीका में बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हो रहा। डब्ल्यूएचओ ने उम्मीद जताई है कि 2022 में दुनिया के सभी बच्चे वैक्सीनेट हो जाएंगे। दूसरी ओर, कोरोना की जांच भी सस्ती होगी। ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD 100 से अधिक वैज्ञानिकों का आकलन • कोरोना अब घातक नहीं 2022 में कोरोना महामारी नहीं रहेगी भास्कर न्यूज | वॉशिगटन/ लंदन दुन