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Mahima Jain
•| वर्ण कविता |• चंचल समझ कर लाए थे, निकली वो चंडाल चांद सी थी सुंदर, पर नहीं थी ज़रा भी निर्मल चिल्लाती थी ऐसे, जैसे हो फटे बांस का स्पीकर चुप हो जाए लगता था, मर गया कोई घर के भीतर।। नमस्कार, जैसा की आप सभी जानते है कि हमारी हिन्दी भाषा का मूल है स्वर और व्यजंन। स्वर और व्यजंन के संगम से बनते है वर्ण और वर्णों के मेल से श
Mahima Jain
•| वर्ण कविता |• करती थी वो ना बात किसी से, अचानक हो गई चुपचाप काश किसी ने की होती कोशिश, करने की उससे बात कौन जाने क्या था उसके मन में, क्यों रहती थी उदास किसी को ना हुई ख़बर, क्यों चली गई वो खुदा के पास।। नमस्कार, जैसा की आप सभी जानते है कि हमारी हिन्दी भाषा का मूल है स्वर और व्यजंन। स्वर और व्यजंन के संगम से बनते है वर्ण और वर्णों के मेल से श
lalitha sai
Dedicating a #testimonial to Akash Rathor ये दीप जैसा आपके जीवन हो.. इस दीप के प्रकाश जैसा आपके हर काम में तरक्की हो... दीप के बिना हर पूज
lalitha sai
एक कथा.. जिस कथा में हो एक ऐसा अर्थ सबके सोच के परे हो... कुछ लघुकथा ऐसे दिल चुरा लेते है.. कोई सोच भी नहीं सकता.. अंत में एक सुकून के एहसास को.. दिल और दिमाग़ में छा जाते है.. बहुत पहले से ही मैं शॉर्टफ़िल्म के शौकीन हूँ.. कुछ कुछ शॉर्टफिल्म्स ऐसे होते है.. जिसे title कुछ अलग होता है.. देखने के बाद पता चले.. कितना म
i am Voiceofdehati
पूरी दुनिया को गतिमान बनाए रखती हैं बुराईयां अच्छाईयां तो उदाहरण बनकर बस सीख देती हैं। यह सच है कि अगर इस दुनिया में बुराईयां न होती तो शायद इस दुनिया का अस्तित्व रहना असम्भव था। क्योंकि जब सब अच्छा ही होता तो किसी के जीवन का क
i am Voiceofdehati
शिवलिंग में "लिंग" शब्द का सही अर्थ (पूरा पढ़ें- अनुशीर्षक में) #विजयंत_सिंह_सनातनी: पढ़िए वास्तविक सच्चाई। #शिवलिंग_को_गुप्तांग_की_संज्ञा_कैसे_दी_दुष्टों_ने अब हम सनातनी हिन्दू खुद शिवलिंग को शिव् भगवा
Unconditiona L💓ve😉
HAPPY Birthnight DEAR PANCHALI ✨️ 🎂👸🎂 💖💖💖 F͜͡O͜͡R͜͡ B͜͡E͜͡T͜͡T͜͡E͜͡R͜͡ R͜͡E͜͡A͜͡D͜͡ ::--)* 💟👰💦🌸 ᴅᴇᴀʀ ᴍɪᴛᴀʟɪ!!, ɪ'ᴍ ᴡɪ𝘀ʜɪɴɢ ʏᴏᴜ ᴀ ᴠᴇʀʏ ʜᴀᴘᴘʏ ʙɪʀᴛʜᴅᴀʏ, ᴍᴀɴʏ ᴍᴀɴʏ ᴄᴏɴɢʀᴀᴛᴜʟᴀᴛɪᴏ
Nova Changmai
दर क्या है??? एक लंबा हट्टा कट्टा आदमी उसी आवाज से बात कर रही है, और तुम सुनकर डर रही हो, उसको को दर नहीं बोलता है। जो बीते हुए कल है उससे शिक्षा लो, और जो आज करने वाले हो उसे किया नया क्या कुछ कर सकते हो उसके बारे में सोचो ,और डरो उस समय के लिए जो भविष्य में तुम्हारे जीवन को सुनहरी अक्षर में लिखकर जीवन को बदल सकता है। #सीखना #शायरी#कविता#रोमांस#मीनिंग #Motivational #Good #evening
Sahitya Vikas Manch
साहित्य विकास मंच के whatsapp group में आज का विषय - रचना भेजने या जुड़ने के लिये - 9714292905 whatsapp number. (साथ ही अनुप्रास अलंकार की जानकारी के लिये यह पोस्ट पढें ) धन्यवाद ©Sahitya Vikas Manch *दैनिक विषयानुसार काव्य सृजन* *दिनांक : 15/03/2021* *वार- सोमवार* *विषय क्रमांक - 44* *विषय - अलंकार* ( अनुप्रास अलंकार ) *परिभाषा -*