Find the Best बहूत Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about*यह बहूत हाई लेवल का जोक है* 😀😀😀😀🙏🙏🙏 एक पागल ने मोबाइल की दुकान से,
Mr RN SINGH
copyright policy ©Mr RN SINGH #बहूत कुछ बाकी है #MrRNSINGH #poem #poem✍🧡🧡💛 #Poet #gajal #jeevankiseekh U.guljar Mahesh Patel जादूगर Ankit Trivedi udass Afzal Khan
#बहूत कुछ बाकी है #MrRNSINGH #poem #poem✍🧡🧡💛 #Poet #gajal #jeevankiseekh U.guljar Mahesh Patel जादूगर Ankit Trivedi udass Afzal Khan
read moreFarooq Farooqui
#चूम लेती है#लटक कर#कभी चेहरा#कभी लब-----#तूमनेअपनी# जूल्फो को #बहूत सर पे# चढा रखा है---$ जूल्फो #citysunset
जूल्फो #citysunset
read moreshadab AL Ibrahimi
रात बहूत हो गई दोस्तों۔ बात बहूत हो गई दोस्तों۔ अब वक़्त हो चला۔۔۔۔ के आंखों को आराम दिया जाए۔ चादरें ओढ़ूं,,करवटे बदलूं,, लब पे पाक ऱब का नाम लिया जाए۔ मगर ऱब हि जाने "इब्राहिमी" कयूं आंखों से नींदे रूठ गई है۔ सांसे तो बाक़ी है۔۔۔ मगर कयूं ज़िंदगी रूठ गई है۔ shadab AL ibrahimi Allahumma khayr....
Allahumma khayr....
read moreAnindita chatterjee
ज़िन्दगी की लहरो मैं संतुष्टी की बडी कमी हैं, जहा भी देखो उस आँखो मैं बहूत नमी हैं, सहते हैं लोग क्या कुछ नही फिर भी कही आशाए थमी हैं बहूत नाज़ुक हैं धागे रिश्तो के दर्मिया एक दूसरे से फिर भी रिश्ते बनी हैं, जितना भी दोड लगा लो लंबा सा कही पे रुकना भी ज़रूरी है बस यही कहानी हैं ज़िन्दगी की संतुष्टी की बडी कमी हैं.. #zindegi #kavita #aapkediltak #like #comment #share #thankyou❤
NISHI
((((पिता के जज्बात ))) भूला के अपने शौक,मै तेरे शौक पूरे करता हूं, छू न ले तूझे दर्द कोई,,तेरे लिए दर्द भी सहता हूं,, खूशी मिले तूझे,दूनिया की सारी,,मै तेरे लिए अपनी खूशी से समझौता करता हूं,, मै हूं तेरा पिता,,बच्चे मै तूझसे बहूत प्यार करता हूं,, तू चला न जाये किसी गलत राह पर,तेरे गलती पे तूझे डांटता हूं,, तेरे भले के लिए, मै तेरी नाराजगी भी सहता हू,, तेरे सपनो को देने को पंख,मै दुनिया से भी लड़ता हूं,, गर होता हूं कभी असमर्थ,तब ही,तूझे न कूछ दे पाता हूं,, माफ करना बच्चे मूझे,,मै जी जान लगाकर भी वो नही ला पाता हूं, मै हूं तेरा पिता,,बच्चे मै तूझसे बहुत प्यार करता हूं, बस एक ही उम्मीद है तूमसे की,,मेरे बूढापे मे,,तू मेरा हाथ थाम लेना,, एक -दो वक्त की रोटी तू मूझे खिला देना,, तू मूझे रखना तेरे नजरो के ही सामने,,वृद्धाश्रम न भेज देना,, बस अपने बूढापे के लिए मै तूझसे इतनी उम्मीद करता हूं,, मै हूं तेरा पिता ,,बच्चे मै तूझसे बहूत प्यार करता हूं,, 🙏love u papa 🙏#nojoto #openpoetry #father
🙏love u papa 🙏nojoto #OpenPoetry #father
read moreVats_Ki_Vani
किसी शाइरी के अधूरे पन्नो जैसा हूँ साहब, दिल से लिखता हूँ लेकिन बहूत कम बिकता हूँ! बहूत जल्द बढ़ेगी मेरी भी मोल, फिर ये बाजार भी मेरा होगा और शहर भी मेरा होगा!! #vickysamrat #2vtalks #dilkibaaten #nojotohindi
#vickysamrat #2vtalks #dilkibaaten #nojotohindi
read moreलक्ष्मी
प्रिय इरा, तुमसे ये उम्मिद न थी उनको,जिन्होने तुम्हे ट्रोल किया,आखिर तुम कैसे भूल गई कि तुम उस देश की वासी हो जहाँ स्त्रियाँ साड़ियों के पिछे नंगी की जाती है।जहाँ एक लड़की ब्रा की लास्टिक और कमर की पतले पन की शिकार होती है। इरा तुम ये कैसे भूल सकती कि तुम वहाँ की वासी हो जहाँ स्त्री दूसरो के कहने पर तजी जाती है,जहाँ स्त्री बेटी,बहू,बहन,पत्नी और माँ तो बन जाती है पर स्त्री कभी नहीं बन पाती,देखो तुमने बहूत गलत किया है क्योकि एक बाप,पुरूष और इन मर्दो को लात जो मारी है।तुम पिता के साथ सहज कैसे हो सक
read moreमाही मुन्तज़िर
किसी का नाम ना लो,, बेनाम अफसाने बहूत है ... निर्भिया और आसिफ़ा जेसे फ़साने बहूत है .. और ऐसे मे भी सरकार की चुप्पी को क्या समझू , , अब तो इस समाज मे बढ़ती दरिंदगी को देख ऐसा लगता है अभी मासूम बच्चियों के जनाज़े उठाने बहूत है ... by ♥ mahi #nojoto #kalakaksh
माही मुन्तज़िर
12th क्लास मे नये दोस्तो के बीच वो एक चहरा जो मुझे बहूत भाया था .. वो वही तो था जो मेरा पहला प्यार कहलाया था ... मेरा प्यार तो बहूत मासूम हुआ करता था... प्यार का एहसास भी तो ना मुझे मालूम हुआ करता था... हम तो बहूत अच्छे दोस्त थे प्यार का मतलब हमे कहा समझ मे आया करता था... और वो भी कमीने दोस्त ही थे जिन्हे couple - couple बोलकर चिढ़ाने मे मजा बड़ा आया करता था... मै शर्मा नज़रे अपनी झुका लिया करती थी और वो पागल उन्हे मारने को पीछे उनके दौड़ जाया करता था... finally 2 साल बाद हमने अपने प्यार का इज़हार कर इकरार किया ... और हमने एक नये बंधन मे बाँधना स्वीकार किया ... by❤mahi #firstlove
माही मुन्तज़िर
मेरी पेन्सिल मेरी जिंदगी का हिस्सा है अनसुना सा किस्सा है ... दूनिया के लिये तो तुम एक मामूली सी पेंसिल हो लेकिन मेरे लिये तुम्हारे मायने कुछ और ही है .. तुम मेरी जिन्दगी का हिस्सा हो जो लोगो ने ना वो किस्सा हो ... तेरे संग की वो सारी मस्ती याद बहूत मुझे आती है .. याद है तुझे अपने नैल्स(नाखून ) पर घिस कर तुझे वो ब्लॅक नैल्स पोलिस भी तो पेहली बार लगाई थी ... कभी तुझे दाँतों तले चबा तेरा स्वाद चखा तो कभी मस्ती करने को तेरी नुकीली नोक भी तो दोस्तो को चुभाई थी ... दोस्त तो तू मेरी पक्के वाली है दोस्ती तूने क्या खूब निभाई थी ... तूने ही तो मेरी हर गलती को रबड़ से मिटा छुपाई थी ... याद है मुझे बढ़ती क्लास के साथ इन लोगो ने मेरे हाथ मे पेन थमा पेन्सिल मेरी मुझसे छुड़ाई थी ☹☹☹ और हम दोनो को ही ये जुदाई ना भाही थी .. तब थोड़ी सी चालकी मेने भी दिखाई थी सबकी नज़रो से चुरा अपनी पेन्सिल बेग मे मेने छुपाई थी ... अब थोड़ी बड़ी तो मै भी होगई थी सारा काम पेन से करने लगी थी... पेन भी बहूत कुछ सिखाता था तेरी याद वो भी बहूत दिलाता था जब - जब पेन का लिखा मुझसे मिट ना पाता था .. तब - तब गुस्सा मुझे बहूत आता था ... लेकिन बचपन तो अब भी मुझमे समाया था 😊😊 पेन को दरकिनार कर मेने अपना हाथ छुड़ाया था ... और फिर चुपके से निकाली बेग से मेने अपनी पेंसिल प्यारी थी जिससे करी मेने सुँदर - सुँदर चित्रकारी थी ... याद है तुझे वो सँस्कृत वाली टीचर से डाट भी तो तूने लगवाई थी उनके पीरियड मे मेहँदी के डिजाइन और वो तस्वीर भी तो तूने ही मुझसे बनवाई थी ... उस दिन तो बहूत डाट पड़ी और एक थप्पड़ भी और मेरी कोपी भी मेम अपने साथ ही ले गई थी .... फिर कुछ दिन बाद मेम ने मेहँदी भी तो मुझसे ही लगवाई थी और मजा तो तब आया जब मेम ने मेरी कॉपी मुझे वापिस लौटाई थी ...😃😃 उस दिन एक बात पेन ने मुझे समझाई थी , भाग मत मुझसे ... अगर पेन्सिल तुझे प्यारी है तो रख साथ उसे हमेशा कोई ना तुझको रोकेगा.... लेकिन मेरे द्वारा हुई गलती पर तुझे हर कोई टोकेगा ... पेन्सिल तेरा बचपना है और नया दौर हूँ मै तेरा .. जानता हूँ भली भाँति इस समाज को इसलिए भला चाहता हूँ तेरा ... तू अब भी बहूत नादान है जानती नही पेन्सिल ने तेरी गलतिया क्यूँ छुपाई थी ... पागल उसे तो तेरी गलतियोँ मे भी दिखी तेरे मासूम पचपन की परछाई थी ... पर मै ना ऐसा करूँगा तेरी गलतियोँ पे और ना पर्दा धकुंगा ... अब से तुझे अपनी गलतियोँ से सीख ले आगे है बढ़ना और इस निर्दयी समाज कासामना है करना ... ये सब सुन मेरी आँख से आँसु छलक गया उसी पल मेरा बचपन इस समाज के कदमो तले कुचल गया .... आज भी अपनी प्यारी पेन्सिल को अपने पास रखती हूँ ... उससे वही तस्वीर बना देखा करती हूँ ... पेन भी हम दोनो का साथ देख कर मुस्कुराता है और यही बात वो भी कहता है ... पेन्सिल तेरी जिन्दगी का एक प्यारा सा हिस्सा है अनसुना सा किस्सा है .... by ❤ mahi मेरी पेन्सिल मेरी जिंदगी का हिस्सा है अनसुना सा किस्सा है ... दूनिया के लिये तो तुम एक मामूली सी पेंसिल हो लेकिन मेरे लिये तुम्हारे मायने कुछ और ही है .. तुम मेरी जिन्दगी का हिस्सा हो जो लोगो ने ना वो किस्सा हो ... तेरे संग की वो सारी मस्ती याद बहूत मुझे आती है .. याद है तुझे अपने नैल्स(नाखून ) पर घिस कर तुझे वो ब्लॅक नैल्स पोलिस भी तो पेहली बार लगाई थी ... कभी तुझे दाँतों तले चबा तेरा स्वाद चखा तो कभी मस्ती करने को तेरी नुकीली नोक भी तो दोस्तो को चुभाई थी ... दोस्त तो तू मेरी पक्के वाली है द
मेरी पेन्सिल मेरी जिंदगी का हिस्सा है अनसुना सा किस्सा है ... दूनिया के लिये तो तुम एक मामूली सी पेंसिल हो लेकिन मेरे लिये तुम्हारे मायने कुछ और ही है .. तुम मेरी जिन्दगी का हिस्सा हो जो लोगो ने ना वो किस्सा हो ... तेरे संग की वो सारी मस्ती याद बहूत मुझे आती है .. याद है तुझे अपने नैल्स(नाखून ) पर घिस कर तुझे वो ब्लॅक नैल्स पोलिस भी तो पेहली बार लगाई थी ... कभी तुझे दाँतों तले चबा तेरा स्वाद चखा तो कभी मस्ती करने को तेरी नुकीली नोक भी तो दोस्तो को चुभाई थी ... दोस्त तो तू मेरी पक्के वाली है द
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