Find the Best दर्पण Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about दर्पण का अर्थ है, दर्पण किसे कहते है, उत्तल और अवतल दर्पण में अंतर, दर्पण सूत्र क्या है, दर्पण त्राटक क्या है,
Ambika Mallik
#दर्पण जो देखा वही तो दिखला दिया, क्यों कहते हो मैं कुछ बोलता नहीं। गर दर्पण जो हाले दिल बयां करने लगे, रहोगे तुम नज़रें मिलाने के काबिल नहीं। अम्बिका मल्लिक ✍️ दरभंगा बिहार ©Ambika Mallik #snowpark Paakhi Sharma Andy Mann Kushal - कुशल vineetapanchal Mili Saha Sethi Ji AD Grk वंदना .... Gyanendra Kumar Pandey Hardik Mahajan Anil Ray Disha Raj Guru Ashtvinayak Poonam Suyal Ashtvinayak poonam atrey Rameshkumar Mehra Mehra NIKHAT (दर्द मेरे अपने है ) Aditya kumar prasad
Kirti Pandey
जीवन दर्पण ©Kirti Pandey #जीवन #दर्पण #Life #experience #Nojoto #nojotohindi #lifeexperience #thought #Opinion #New
शर्मा निखिल
#दर्पण मैं:-तुम्हें पता है तुम्हारे शहर में सबसे अच्छा क्या है? वो: क्या? मैं:-एक बार दर्पण में देखना खुद पता चल जाएगा| ©शर्मा निखिल #citylife
Amit Singhal "Aseemit"
हमने क्या पुण्य किया और क्या है किया पाप, हम सुखी रहेंगे या हमको करना होगा पश्चाताप। हम देखना चाहें तो यही दिखाता मन का दर्पण, हमने केवल अर्जित किया या कुछ किया अर्पण। ©Amit Singhal "Aseemit" #मन #का #दर्पण
@RajeshRj
भटका हुआ राही हूँ , भूला हुआ मंजिल हूँ , सब छोड गये मुझको , टूटा हुआ तारा हूँ । ✍️ राजेश ' राज ' #दर्पण प्रेम का ©@Rajesh Rj #darpanpremka Satyajeet Roy Anshu writer Sethi Ji mr..rajkumar..(@)∆√ Madhvi Sharma
Shankar Kamble
विवंचनेचे डंख हजारो चाळण करती रोज मनाची उपरती ना होई मनुजा झडून गेल्या आर्त क्षणाची.. अथांग,अविरत लहरे सागर थेंब एक तू पृथा अनामिक अस्तित्वाचा किती बढाया कल्पित, रंजीत अती भावनिक.. ओसरलेला गडद गहिरा इंद्रधनुचा फिका पिसारा शापीत भवती गंधर्वाचे रुदन चालले कोण सहारा? कसा टळेना पाठलाग हा? सावज पारध कोण कळेना? वाट निसरडी पाय रुतले चुकलेली लय पुन्हा जुळेना.. पेरून फासे क्रूर नियतीने जर्रजर्र केले पुरते आता हरवलेली ऊब कुशीची कोण आता कुरवाळील माथा? ©Shankar Kamble #SunSet #जीवन #जीवनअनुभव #जीवनदर्शन #जगणे #दुःख #सुख #मी #अनामिक #दर्पण
PRIYA SINHA
Rashmi Vats
देख चेहरा दर्पण में , खुद पर यूं इतराता क्यूँ । सूरत दिखती है इस में , सीरत का अंदाजा नही । दर्पण की अदाकारी इतनी सी , ये दिल का राज़ छुपाता नही । बयां कर देता हकीकत सारी, जो दुनिया को पता ही नहीं । दर्पण का तुम करो सामना, जो है सामने वही सब दिखता है। संवार देता है तस्वीर तुम्हारी , पर तकदीर किसी की नही बनाता है। रश्मि वत्स। ©Rashmi Vats #दर्पण