Find the Latest Status about बरतते from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बरतते.
Poonam Suyal
पहले प्रेम को इल्तजा वो समझते हैं फिर उसे ठुकरा वो देते हैं पहले वे प्रेम को अवसर की तरह बरतते हैं। फिर अवसर खो देते हैं। #बाबुषा #लफ़्फ़ाज़ #yqdidi #ishq #लास्ट_पेज_नोट्स #YourQuoteAndMine Collaborati
पहले वे प्रेम को अवसर की तरह बरतते हैं। फिर अवसर खो देते हैं। #बाबुषा #लफ़्फ़ाज़ #yqdidi #ishq #लास्ट_पेज_नोट्स #YourQuoteAndMine Collaborati
read morePrakharlikhtehain
वो हमारे लिए एहतियात बरतते हुए virus के बीच रह लेता है कड़ी धूप हो या भूख वो काम से नहीं भागता बस पानी पी लेता है अगर मिले मौका घर जाने का तो वो घर जाकर भी खाना घर के बाहर ही मंगा आराम से खा लेता है पर बेटी को दरवाज़े से सटे देख छूने की चाहत को मार पानी की जगह आँसुओं से पेट भर लेता है। वो हमारे लिए एहतियात बरतते हुए virus के बीच रह लेता है कड़ी धूप हो या भूख वो काम से नहीं भागता बस पानी पी लेता है अगर मिले मौका घर जाने का त
वो हमारे लिए एहतियात बरतते हुए virus के बीच रह लेता है कड़ी धूप हो या भूख वो काम से नहीं भागता बस पानी पी लेता है अगर मिले मौका घर जाने का त #do_dhakka
read moreRavendra
सुरक्षा की दृष्टि से एसएसबी ने नेपाल सीमा पर बढाई चौकसी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तथा 26 जनवरी गणतंत्र #न्यूज़
read moreSangeeta Patidar
तुझसे ज़्यादा लिया होता गर मैंने नाम ख़ुदा का, कसम ख़ुदा की,मिल गया होता इनाम सदा का। आँसुओं की दास्ताँ, ख़त्म होने का लेती ना नाम, देख के शिद्दत तो घुल गया होता फ़ाम अदा का। निढाल होकर आँसू, तेरे काँधे को क्यों ढूँढ़ता है? जान बदहाली, वह भूल गया होता वाम गदा का। उसी के लिए बहते ये भी जिसे ना फ़िक्र, ना क़द्र, ख़ुद को पाने से,मिल गया होता मक़ाम सदा का। इल्म है हालात का फिर भी बाज़ आता नहीं 'धुन', बरतते एहतियात,सिल होता ज़ख़्म ग़म-ज़दा का। सदा- Call, shout, फ़ाम- Colour, वाम- Debt, गदा- A beggar सदा- हमेशा Rest Zone Competition Poem शीर्षक - आँसुओं की आत्मकथा
सदा- Call, shout, फ़ाम- Colour, वाम- Debt, गदा- A beggar सदा- हमेशा Rest Zone Competition Poem शीर्षक - आँसुओं की आत्मकथा #sangeetapatidar #restzone #rzbirthdaymarathon #rzsangeeta_Dhun #rzpoemomania #rzturns1
read moreAnil Ray
निडर नजरे जो होती पाक तेरी तो शायद कुछ ओर बात होती। दोस्तों! तुम प्रदर्शन करने आये, सोचो क्या तुमने हासिल किया यदि तुम मेहनत करने आये होते तो शायद कुछ और बात होती। भाव-भंगिमा से लगता है द्वेषपूर्ण दोष व्याप्त था तुम्हारे शरीर में, थोड़ी सी मानवता लेकर आये होते तो शायद कुछ और बात होती। समाज के प्रति फर्ज नहीं देता किसी को अभद्रता का अधिकार, भाई-बंधुओं से शालीनता बरतते तो शायद कुछ और बात होती। विघटनकारी शक्तियों के इशारों पर कठपुतलियों की तरह नाचते हो, अपने विवेक को प्रखर कर पाते तो शायद कुछ और बात होती। एकीकरण की बात करते हो भाई के काम होने पर हो दूर, सभी को जोड़कर एकता कर पाते तो शायद कुछ और बात होती। कसूर तुम्हारा भी नहीं है शायद तुम्हारा धंधा है सनसनी फैलाना, प्रेम-दर्शन को उतार पाते मन में तो शायद कुछ और बात होती। ©Anil Ray निडर नजरे जो होती पाक तेरी तो शायद कुछ ओर बात होती। दोस्तों! तुम प्रदर्शन करने आये, सोचो क्या तुमने हासिल किया यदि तुम मेहनत करने आये होते त
Divyanshu Pathak
वैज्ञानिकों का मानना है कि प्रकृति का सारा खेल ऊर्जा और पदार्थ के एक-दूसरे में परिवर्तित होने के सिद्धांत पर चलता है। इनको देखना, समझना और मापना संभव है। जब भावनाओं के द्वारा हमारे मन और शरीर में विभिन्न क्रियाओं का संचालन होता है तो निश्चित है कि वहां ऊर्जा है शक्ति है। सृष्टि की समस्त ऊर्जा सामग्री का सम्बन्ध पदार्थ से होता है। यह भी सत्य है कि यह ऊर्जा अति सूक्ष्म है। :😊Good morning ji😊💕🙏🍨👨🍀☕☕☕☕☕☕☕☕☕☕ इसी कारण यह वैश्विक अंतरिक्षीय ऊर्जा का अंग है और उसी के साथ एक जीव होकर कार्य करती है। एक ही प्रकार के स
:😊Good morning ji😊💕🙏🍨👨🍀☕☕☕☕☕☕☕☕☕☕ इसी कारण यह वैश्विक अंतरिक्षीय ऊर्जा का अंग है और उसी के साथ एक जीव होकर कार्य करती है। एक ही प्रकार के स
read moreDivyanshu Pathak
आज विकास के जिस दौर से हम (विश्व) गुजर रहे हैं, वहां किसी युद्ध विराम को सफलता नहीं मिलेगी। न कोई मानवता के इस ह्रास को रोक पाएगा। धन भी मिट्टी दिखाई दे जाएगा। विष और संहार के एक ही देव हैं -शिव। आने वाला काल इनके ताण्डव का साक्षी होगा। 05-11- 2019 #विज्ञान_का_ताण्डव जो आज मचा हुआ है उसकी आशंका वर्षों पहले देश के आधुनिक महर्षि (मैं मानता हूँ ) श्री गुलाब कोठारी जी ने अपने कई
05-11- 2019 #विज्ञान_का_ताण्डव जो आज मचा हुआ है उसकी आशंका वर्षों पहले देश के आधुनिक महर्षि (मैं मानता हूँ ) श्री गुलाब कोठारी जी ने अपने कई #पंछी #पाठकपुराण #covid_19_march_22_at_8_am_to_9_pm
read moreइकराश़
एक नामुकम्मल दास्तां (भाग: तृतीय (द्वितिय)) अनुशीर्षक में पढ़ें **ये भाग ज़रा लम्बा है। इत्मिनान से पढ़ियेगा। बात बहुत बड़ी थी। लेकिन उसके लिए वो इतनी बड़ी वजह भी नहीं बन सकती थी कि, वो अपनी जान को छोड़ दे। उसने अपनी जान से कहा कि वो चिंता ना करे, वो उस
बात बहुत बड़ी थी। लेकिन उसके लिए वो इतनी बड़ी वजह भी नहीं बन सकती थी कि, वो अपनी जान को छोड़ दे। उसने अपनी जान से कहा कि वो चिंता ना करे, वो उस #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqfilms #IkraashNaama #EkNaaMuqammalDaastaan
read more