Nojoto: Largest Storytelling Platform

New संगिनी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about संगिनी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, संगिनी.

    PopularLatestVideo

ChittaranjanSahoo

कविता ♥️प्रणय-संगिनी♥️ hunarbaaz प्रणयसंगिनी Love

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

वह है जीवन संगिनी , मैं उसका संसार । आयु हमारी राम जी , कर दो तुम उपहार ।। हाथ नही तुम छोड़ना , चलना मेरे संग । प्रीति रंग बनके सदा #कविता

read more
वह है जीवन संगिनी , मैं  उसका  संसार ।
आयु हमारी राम जी , कर दो तुम उपहार ।।

हाथ नही तुम छोड़ना ,  चलना  मेरे  संग ।
प्रीति  रंग  बनके  सदा ,  लिपटू  तेरे अंग ।।

आज  हमारे  बीच  में , रहा न  कोई भेद ।
हम तुम इतने पास में , रहता सबको खेद ।।

करो बधाई आज तुम , मेरी भी स्वीकार ।
तुम हो  जीवन संगिनी ,  मैं  तेरा संसार ।।

हर पल मेरे साथ का , ले लो तुम आनंद ।
कुछ क्षण पहले आपसे , हो ये साँसें बन्द ।।

१४/०२/२०२३    -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR वह है जीवन संगिनी , मैं  उसका  संसार ।
आयु हमारी राम जी , कर दो तुम उपहार ।।

हाथ नही तुम छोड़ना ,  चलना  मेरे  संग ।
प्रीति  रंग  बनके  सदा

Sawan Sharma

कहूँ अपना या ना तुमको प्रिये कहू या प्रेयसी या बन जाऊँ अनजान कोई सोचू नहीं तुम को मैं अपना दुविधा भरे मन को मेरे तुम ही कुछ सुझाव दो साथ #कविता

read more
कहूँ अपना या ना तुमको
प्रिये कहू या प्रेयसी
या बन जाऊँ अनजान कोई 
सोचू नहीं तुम को मैं अपना
दुविधा भरे मन को मेरे 
तुम ही कुछ सुझाव दो

साथ रहो तुम बन के संगिनी
स्वप्न ऐसे सजा लूं क्या
या जब आए स्वप्न ऐसा 
तब मैं नींद से उठ जाऊँ 
स्वप्न देखते मन को मेरे 
तुम ही कुछ सुझाव दो

प्रार्थनाओं में हमेशा 
साथ तुम्हारा मांगता हूं 
आस करू मैं मिलने की 
या आस लगाना छोड़ दु 
आशावादी मन को मेरे 
तुम ही कुछ सुझाव दो ।

©pen_of_sawan कहूँ अपना या ना तुमको
प्रिये कहू या प्रेयसी
या बन जाऊँ अनजान कोई 
सोचू नहीं तुम को मैं अपना
दुविधा भरे मन को मेरे 
तुम ही कुछ सुझाव दो

साथ

Vickram

जीवन संगिनी,,,, #शायरी

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

मनहरण घनाक्षरी :- प्राणों से है मुझे प्यारी , संगिनी है वो हमारी , देख-देख जिसे जीते , हिरनी सी चाल है । न छोटी कद काठी है , न मोटी और #कविता

read more
मनहरण घनाक्षरी :-
 प्राणों से है मुझे प्यारी , संगिनी है वो हमारी ,
 देख-देख जिसे जीते ,  हिरनी सी चाल है ।
न छोटी कद काठी है , न मोटी और भारी है ,
सँवला रंग उसका , अधर गुलाल है ।
लम्बे घने केश देखो , किस्मत की रेख देखो,
आज मुझे छोड़ कर , जाती ससुराल है ।
प्रिय-प्रिय रट रहा , कहती गंभीर रहा ,
जाते-जाते आज देती , अपना रूमाल है ।।१

कहती थी कल-तक , तुम्हीं स्वामी राजा अब, 
अब आज करती है , सुन लो इंकार है ।
साथ-साथ लिए फेरे , देखे सब जन घेरे ।
लेकिन उसे मुझसे , होता नही प्यार है ।
कैसे रहूँ चुप खड़ा , मै भी हूँ उससे बड़ा
उसे अब रोक लूँगा , मेरा अधिकार है ।
जीवन की यह गाड़ी , देख दो पहियों वाली ,
लेकिन बिन चार के , यह भी बेकार है ।। २
१०/०८/२०२३    -  महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR  मनहरण घनाक्षरी :-
 
प्राणों से है मुझे प्यारी , संगिनी है वो हमारी ,
 देख-देख जिसे जीते ,  हिरनी सी चाल है ।

न छोटी कद काठी है , न मोटी और

#काव्यार्पण

#tere_sir_pe_saj_ke_sehra तेरे सिर पर सजके सहरा  प्रश्न तुमसे जब करेगा  यूँ  मुझे मस्तक पर रखकर  जा रहे किस ओर तुम हो  #Poetry #Marriage #shadi #Kavyarpan

read more

Nisheeth pandey

प्रेमिकाएँ तन्हा कर जाती होगी , साथ छोड़ जाती होंगी लेकिन उनकी एहसासों में घुली आदतें नहीं। साथ रह जाता है उनका छुअन , हाथ फेरना, आंखें मीच #lovequotes #ज़िन्दगी #Rishta #samandar #hand #sadquotes #streak #dhundh #निशीथ #humaurtum #NojotoStreak

read more

Vikas sharma

#lonelynight संगिनी #लव

read more

Nisha Bharti Jha

// कवियों की जान // कभी प्रेम के रूप में पिरो दिये जाते है तो कभी वात्सल्य की करूणा में भीगो दिये जाते है, ये कविता है जनाब बिन कहे लाख

read more
// कवियों की जान //

कभी प्रेम के रूप में पिरो दिये 
जाते है तो कभी वात्सल्य की 
करूणा में भीगो दिये जाते है, 
ये कविता है जनाब बिन कहे 
लाख बात कह जाते है |
न इनमे आत्मा होता है न 
भावना हर परिस्थिति के साथ 
खुद को ढाल लेते हैं |
ख़ामोशी में भी इनकी चीखें 
सुनाई देती है,ये कविता ही 
तो हर कवि के जीवन की बुनाई 
होती है, कभी अकेलेपन की 
संगिनी बनती है तो कभी 
महफ़िल में लगाती है चार चाँद |
कभी मजबूरी हो जाती है तो 
कभी शौक, कभी जीने का 
ज़रिया होती है, तो कभी इश्क़ का दरिया |
ये कविताएँ तो हम कवियों की जान होती हैं | // कवियों की जान //

कभी प्रेम के रूप में पिरो दिये 
जाते है तो कभी वात्सल्य की 
करूणा में भीगो दिये जाते है, 
ये कविता है जनाब बिन कहे 
लाख

Manish Raaj

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile