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Kajal The Poetry Writer
घर में आती जाती बिजली के उस पीले बल्ब की कुछ अलग अनोखी यादें हैं,,,, करने लगे पुराने यारो के साथ तो न खत्म होने वाली बाते हैं।। रात को देर से आने वाली उस पीले बल्ब में लाइट,,, जैसे ही जलना उसका,आ जाती आंखो ने एक प्यारी सी ब्राइट,,, करते बेसब्री से इंतजार टीवी देखने का ,कही खत्म न हो जाए नाइट।। कहते हम मां जगाना हमे टीवी देखने के लिए आते ही लाइट,,, यें यादें आज भी बड़ी सुहानी हैं,,, जिसे जी कर देखा हैं,जैसे कोई हसीन कहानी हैं।। ©KAJAL The poetry writer घर में आती जाती बिजली के उस पीले बल्ब की कुछ अलग अनोखी यादें हैं,,,, करने लगे पुराने यारो के साथ तो न खत्म होने वाली बाते हैं।। रात को देर
घर में आती जाती बिजली के उस पीले बल्ब की कुछ अलग अनोखी यादें हैं,,,, करने लगे पुराने यारो के साथ तो न खत्म होने वाली बाते हैं।। रात को देर #कविता #Lifelight
read moreNitish Sagar
आपके टीवी शो का क्या नाम होगा ? World Telivision Day story read in caption 😊😊😊😊😊 आज world Television day है। टीवी का नाम सुनते ही बचपन के दिनों की यादें ताजा हो जाती है। हमारे घर में भी टीवी था, सादा टीवी जिसमें कोई रंग
आज world Television day है। टीवी का नाम सुनते ही बचपन के दिनों की यादें ताजा हो जाती है। हमारे घर में भी टीवी था, सादा टीवी जिसमें कोई रंग #story #nojotohindi #specialday #विवेक #hindistory #सीताराम #WorldTelevisionDay #रामकिशोर #WorldTvDay
read moreSumitGaurav2005
पारिवारिक धारावाहिक के नाम पर डेली सोप तो हमारी भावनाओं के साथ खेलते ही हैं! लेकिन इनके बीच में जो ऐड आती है वह पूरा दिमाग खराब कर देती हैं। #Fun #Funny #Instagram #Comedy #Nojotocomedy #NojotoFilms #Reels #laughterkefatke #sumitmandhana #sumitgaurav
read moreVivek
प्यार (कहानी) ©Vivek रश्मि की शादी को एक महीना हो गया था पर अंकुर के पास समय ही नहीं होता था बॉस ओवर टाइम कराते कई बार अंकुर भी खिन्न हो जाता घर देर से आने पर भी
रश्मि की शादी को एक महीना हो गया था पर अंकुर के पास समय ही नहीं होता था बॉस ओवर टाइम कराते कई बार अंकुर भी खिन्न हो जाता घर देर से आने पर भी
read moreSwarima Tewari
खड़कती हैं खिड़कियां, खाली मकान की, दरवाज़े पर भी आहट नहीं होती, चादर पर नहीं पड़ती सिलवटें तुम्हारी, चाय के कप भी यहां-वहां पड़े नहीं मिलते, गीले तौलिए बिस्तर की शान नहीं बढ़ाते अब, तुम्हारे तेज कर्णभेदी गाने,अब नहीं सताते है मुझको, ना ही सुबह उठते ही तुम्हारा नाश्ते का शोर, ना शाम को बाइक उठा गायब हो जाने की आदत और मेरी चिंता से जान हलक में, देर रात तुम्हारे टीवी देखने वाली लाइट, मेरे चेहरे पर भी नहीं पड़ती अब, अब ऐसी एक भी चीज़ नहीं जो चिढ़ाए मुझे, कोई हरकत नहीं जो गुस्सा दिलाए मुझे, उस दिन चिढ़ा कर गए थे ना मुझे "देख लेना लौटूंगा नहीं", और मैंने भी झुंझला कर कह दिया "हां बाबा मत आना", पकड़ी थी लास्ट लोकल उस दिन तुमने, क्या जानती थी कि वो ट्रेन में रखा बारूद, छीन लेगा मेरा गुस्सा,मेरी झुंझलाहट,मेरा तुम पर हक़, अब तो करीने से सजा है घर सारा, फिर भी इतनी बेतरतीब सी क्यूं लग रही हूं मैं? We never know which is the last moment with our loved ones..never let them go angry..live each and every moment with them to the fullest,bec
We never know which is the last moment with our loved ones..never let them go angry..live each and every moment with them to the fullest,bec #yqbaba #yqdidi #yqhindi #loveforwriting #काश #yqdidihindi #yqhindipoetry #namanandini
read moreSwarima Tewari
खड़कती हैं खिड़कियाँ, खाली मकान की, दरवाज़े पर भी आहट नहीं होती, चादर पर नहीं पड़ती सिलवटें तुम्हारी, चाय के कप भी यहाँ-वहाँ पड़े नहीं मिलते, गीले तौलिए बिस्तर की शान नहीं बढ़ाते अब, तुम्हारे तेज कर्णभेदी गाने,अब नहीं सताते है मुझको, ना ही सुबह उठते ही तुम्हारा नाश्ते का शोर, ना शाम को बाइक उठा गायब हो जाने की आदत और मेरी चिंता से जान हलक में, देर रात तुम्हारे टीवी देखने वाली लाइट, मेरे चेहरे पर भी नहीं पड़ती अब, अब ऐसी एक भी चीज़ नहीं जो चिढ़ाए मुझे, कोई हरकत नहीं जो गुस्सा दिलाए मुझे, उस दिन चिढ़ा कर गए थे ना मुझे "देख लेना लौटूँगा नहीं", और मैंने भी झुंझला कर कहा "हाँ बाबा मत आना", पकड़ी थी लास्ट लोकल उस दिन तुमने, क्या जानती थी कि वो ट्रेन में रखा आतंकी बारूद, छीन लेगा मेरा गुस्सा,मेरी झुंझलाहट,मेरा तुम पर हक़, अब तो करीने से सजा है घर सारा, फिर भी इतनी बेतरतीब सी क्यूँ लग रही हूँ मैं? Yesterday's Amritsar incident reminded me something ....We never know which is the last moment with our loved ones..never let them go angry.
Yesterday's Amritsar incident reminded me something ....We never know which is the last moment with our loved ones..never let them go angry. #HindiPoem #hindiquotes #yqbaba #yqdidi #yqhindi #काश #repost #yqdidihindi
read morePrashant Badal
जिंदगी जीना है फिलहाल - १ कृपया अनुशीर्षक में पढ़े "जिंदगी जीना है फिलहाल" कल का सवाल है जीना फिलहाल है एक वो साल और एक ये साल क्या अंतर आया है ये सवाल वो वीसीआर , ग्रामोफोन का जमाना ये तो
"जिंदगी जीना है फिलहाल" कल का सवाल है जीना फिलहाल है एक वो साल और एक ये साल क्या अंतर आया है ये सवाल वो वीसीआर , ग्रामोफोन का जमाना ये तो #lifelessons #lifequotes #hindipoetry #hindishayari #जिंदगी_एक_फ़लसफा #लफ्ज़_ए_प्रशांत
read morelalitha sai
Addiction... एडिक्शन भी बहुत चीज़ो की होती है कुछ अच्छी और कुछ बुरी मगर जो बुरी है उस एडिक्शन को अच्छे एडिक्शन के साथ कन्वर्ट कर सकते है.. मुझे आदत थी..
एडिक्शन भी बहुत चीज़ो की होती है कुछ अच्छी और कुछ बुरी मगर जो बुरी है उस एडिक्शन को अच्छे एडिक्शन के साथ कन्वर्ट कर सकते है.. मुझे आदत थी..
read morejagruti vagh
बचपन की खट्टी मीठी बातें :-* (read in caption) ♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣ बचपन और बचपना कभी भुलाया नही जा सकता बचपन की वो प्यारी बातों को फिर से दोहराया नही जा सकता ♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣ बचपन क
♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣ बचपन और बचपना कभी भुलाया नही जा सकता बचपन की वो प्यारी बातों को फिर से दोहराया नही जा सकता ♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣♣ बचपन क #बचपन_के_वो_दिन #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #kkr2021 #kkबचपन #tigreess
read moreDarshan Blon
फिर दिदी और बाबा सोने चले गए और माँ मुझे कम्बलसे ढक कर, मेरे माथेको चूमते हुए कहने लगी: "बेटा भूत-वूत कुछ नहीं होता,सब तेरे मन में हैं,डरना ही है तो इंसानोसे डरके रहो " पूरी कहानी Caption में पढ़ें.... वो रात काफी ज़्यादा ठंडा थाl वैसे भी १२ मास ही दर्जीलिंग में तो लगभग ठंड ही रहता है और वो तो साल का आखरी महिना "दिसम्बर" था, तो शरीर जकड़ती
वो रात काफी ज़्यादा ठंडा थाl वैसे भी १२ मास ही दर्जीलिंग में तो लगभग ठंड ही रहता है और वो तो साल का आखरी महिना "दिसम्बर" था, तो शरीर जकड़ती #Challenge #thatnight #yqdidi #यादें #yqfilms #कथा #गद्य #कहानीसर्दियोंकी
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