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Nisheeth pandey
आजकल अक्स जो दिखता है आईने में आजकल फिर से पहचानने लगा हूँ मुझे मुझसे बेहतर मेरे अलावे जाने कौन ॥ चेहरे पर चेहरा हाय रे मुखौटा चढ़ाए फिरते हैं हम इंसान नज़रें देखकर जाने मर्ज जो मुझे मुझसे बेहतर जाने वो मेरा हक़ीम कौन ।। चलती हुई रेलगाड़ी को देखा तो देखता रह गया , ख्याल आया कोई मिला मिल कर कोई बिछड़ गया मुझे ख़ुद की जरूरत समझे वो हमसफ़र जाने कौन ॥ पर यह जिंदगी का सफर थमा नहीं चलता रहा दौड़ता रहा तन्हाई हो या तमाशा-ए-भीड़ संग अपनी परछाई ही रहीं मुझे मुझसे बेहतर मेरे अलावे जाने कौन ॥ #निशीथ ©Nisheeth pandey आजकल अक्स जो दिखता है आईने में आजकल फिर से पहचानने लगा हूँ मुझे मुझसे बेहतर मेरे अलावे जाने कौन ॥ चेहरे पर चेहरा हाय रे मुखौटा चढ़ाए फिरत
आजकल अक्स जो दिखता है आईने में आजकल फिर से पहचानने लगा हूँ मुझे मुझसे बेहतर मेरे अलावे जाने कौन ॥ चेहरे पर चेहरा हाय रे मुखौटा चढ़ाए फिरत #Colors #Holi #lovequotes #शायरी #dilkibaat #couples #Likho #streak #निशीथ #humaurtum #NojotoStreak
read morePrem Nirala
अब फ़िर से हम कोईं सवाल तुझसे नहीं पूछेंगे, कि, पतझड़ में सावन का इंतज़ार नहीं देखेंगे गर परिंदे शाखें बदलते हैं, तो बदल जाने दे, कि, फ़िर से इंतज़ार में पुराने इतवार नहीं देखेंगे कई दफ़ा देखा हमने पन्ने पलटकर किताबों की, कि, फ़िर से नई कहानी के अब किरदार नहीं देखेंगे माना कि सितमगर हैं ज़माना, तू बैठ तो सही, कि, तेरी आँखों के अलावे हम जिस्म नहीं देखेंगे! prem_nirala_ अब फ़िर से हम कोईं सवाल तुझसे नहीं पूछेंगे, कि, पतझड़ में सावन का इंतज़ार नहीं देखेंगे गर परिंदे शाखें बदलते हैं, तो बदल जाने दे, कि, फ़िर
अब फ़िर से हम कोईं सवाल तुझसे नहीं पूछेंगे, कि, पतझड़ में सावन का इंतज़ार नहीं देखेंगे गर परिंदे शाखें बदलते हैं, तो बदल जाने दे, कि, फ़िर #prem_nirala_
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रुक के फिर से कदम उस और हि चलने लगे तो वो इश्क़ हैं ख्यालो मे अगर हर पल सिर्फ़ वही आते रहे तो वो इश्क़ हैं बिन बात के भी चेहरे पे मुस्कान आए तो वो इश्क़ हैं अकेले मे भी लगने लगे कि कोइ साथ है तो वो इश्क़ हैं हर शक्स जब दिल को भाने लगे तो वो इश्क़ हैं कडवी बाते भी जब किसी कि मिठी लगने लगे तो वो इश्क़ हैं हर पल जब ख्यालो मे खोने लगे तो वो इश्क़ हैं जब रातो को नींद दस्तक हि न दे तो वो इश्क़ हैं जब कानो कि सिर्फ़ उसकी हि अवाज़ सुनाई दे तो वो इश्क़ हैं जब एक पल का इंतेजार भी एक लम्हा लगे तो वो इश्क़ हैं जब खुदा के अलावे किसी की इबादत करने लगे तो वो इश्क़ हैं. 💕❤💕 -vikash_my word📝 रुक के फिर से कदम उस और हि चलने लगे तो वो इश्क़ हैं ख्यालो मे अगर हर पल सिर्फ़ वही आते रहे तो वो इश्क़ हैं बिन बात के भी चेहरे पे मुस्कान
रुक के फिर से कदम उस और हि चलने लगे तो वो इश्क़ हैं ख्यालो मे अगर हर पल सिर्फ़ वही आते रहे तो वो इश्क़ हैं बिन बात के भी चेहरे पे मुस्कान #Memories #Love #Wish #lovequotes #poem #feelings #Shayari #lovepoetry #nojotoLove
read moreKUNDAN KUNJ
Love Shayari in Hindi कविता का शीर्षक है :- सच्चा प्यार. Read in caption 👇 #NojotoQuote जा जाके मेरे सनम को बता, उनकी यादों में कैसे जी रहा हूँ। जबसे गई है मुझे छोड़कर, तब से पार्टी पे पार्टी दे रहा हूं।। वो कहती थी न उनके बगेर
जा जाके मेरे सनम को बता, उनकी यादों में कैसे जी रहा हूँ। जबसे गई है मुझे छोड़कर, तब से पार्टी पे पार्टी दे रहा हूं।। वो कहती थी न उनके बगेर #मां #पति #एक #जान #प्रेमियों
read moreKP EDUCATION HD
KP NEWS for the same for me to get the same for me 5555555555 ©KP EDUCATION HD भाद्रपद चातुर्मास के चार पवित्र महीनों का दूसरा मास है. चातुर्मास श्रावण मास से शुरू होकर कार्तिक मास में खत्म होता है. यह मास एक सितंबर से
भाद्रपद चातुर्मास के चार पवित्र महीनों का दूसरा मास है. चातुर्मास श्रावण मास से शुरू होकर कार्तिक मास में खत्म होता है. यह मास एक सितंबर से #astrologynormal
read moreShayar Regiment
प्यार में सौतेलापन :- कुछ माएं ऐसी भी होती हैं कि सौतेले बच्चे के साथ हर हाल में सौतेला व्यवहार के आलावे कुछ कर ही नहीं सकती... ऐसी माएं जिद्दी होती हैं... अपने औलाद के अलावे उसे किसी और औलाद को बर्दास्त करना भी गवारा नहीं होता....और सौतेले बच्चे को ढोना इस लिए भी मज़बूरी हो जाता कि तथाकथित समाज से सिर्फ ये न सुनना पड़े कि सौतेली माँ है... या फिर ये न कह सके कि ममता का कोष रिक्त हो चुका है....माँ का जो भी मयार है इस दुनिया में... बस उसी मयार का इस्तेमाल बड़ी चालाकी से करने वाले करते हैं ... लेकिन बच्चा किसी भी सूरत में ये मानने को राजी ही नहीं है.... कि माँ सौतेली भी होती है... ये सिर्फ माँ को माँ ही समझता है....मगर बच्चे के हर अरमान हर ख्वाहिश पे सौतेलापन का ऐसा करारा तमाचा मिलता की मानो कलेजा बाहर आ जाये ... प्यार पाने के मोह में बच्चा इतना डूब चुका है कि.... क्या ही कहें.....अगर बाहर निकला... तो अबके वो शांत हो जायेगा....और इस हद तक.... कि किसी का सहारा मांगने से भी कतराएगा... ठीक वैसे ही जैसे इस समाज में एक बेवा किसी से सहारा मांग ले तो नजाने क्या - क्या लालक्षन लग जायेंगे.... क्षणिक ही सही उस बेवा को किसी का कंधा चाहिए होता है... जिसपे सर रख के वो बाकी बची उम्र को काट सके.... कंधा देने वाला शर्तो पर कन्धा देने की बात कहे तो बेवा भी शर्मो हया के मारे अपना सर झुका लेती है... और नीले आकाश में सन्नाटे को अपना सखी मानते हुए आँखे नम कर लेती है...... हैरत तो इस बात की है कि बच्चा अब तो खुदा से ये तक मनाता है कि मौत शमशान घाट में ही हो.... ताकि जनाजा उठाने के लिए चार लोगों का सहारा न लेना पड़े.... जो प्रेम भरा स्पर्श मात्र से भी वंचित रह जाये... जिसे प्रेम का स्पर्श मात्र शर्तो की कसौटी पे बंधा मिले ... वो भला और क्या मांग सकता है... प्यार भरा स्पर्श मात्र की लालसा ने सबकी नजरों में गिरा दिया है... वो खुद भी अपनी नजर में पहलीबार गिरा हुआ महसूस कर रहा है.... खैर जो भी हो.. ममता को बदनाम नहीं होने देगा...समय के साथ ये बच्चा भी बड़ा होने लगता है लेकिन... उतना बड़ा तो शायद कभी नहीं... कि जहां से कोई अपना दिखाई ही न दे... हैरत तो होंगी ही ऐसी सफर में जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की गयी थी.... खैर नसीब की भी कोई खता नहीं💚💔 ©Shayar Regiment प्यार में सौतेलापन :- कुछ माएं ऐसी भी होती हैं कि सौतेले बच्चे के साथ हर हाल में सौतेला व्यवहार के आलावे कुछ कर ही नहीं सकती... ऐसी माएं जिद
प्यार में सौतेलापन :- कुछ माएं ऐसी भी होती हैं कि सौतेले बच्चे के साथ हर हाल में सौतेला व्यवहार के आलावे कुछ कर ही नहीं सकती... ऐसी माएं जिद #विचार
read moreयशवंत कुमार
कोयल के बच्चे (Read Full story in caption) #childrenstory #kidsstory #junglebook #birdsstory Photo credit- Shutterstock कोयल के बच्चे अपनी आदत से मजबूर कोयलिया ने फिर से कौवे के घो
#childrenstory #kidsstory #junglebook #birdsstory Photo credit- Shutterstock कोयल के बच्चे अपनी आदत से मजबूर कोयलिया ने फिर से कौवे के घो
read moreVikas Sharma Shivaaya'
✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️ 🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 घर की नई नवेली एकलौती बहू एक प्राइवेट बैंक में बड़े ओहदे पर थी , उसकी सास तकरीबन एक साल पहले ही गुज़र चुकी थी । घर में बुज़ुर्ग ससुर औऱ उसके पति के अलावे कोई न था । पति का अपना कारोबार था..., पिछले कुछ दिनों से बहू के साथ एक विचित्र बात होती ।बहू जब जल्दी जल्दी घर का काम निपटा कर ऑफिस के लिए निकलती ठीक उसी वक़्त ससुर उसे आवाज़ देते औऱ कहते बहू ,मेरा चश्मा साफ कर मुझें देती जा..., लगातार ऑफिस के लिए निकलते समय बहू के साथ यही होता । काम के दबाव औऱ देर होने के कारण क़भी कभी बहू मन ही मन झल्ला जाती लेकिन फ़िरभी अपने ससुर को कुछ बोल नहीं पाती.. , जब बहू अपने ससुर के इस आदत से पूरी तरह ऊब गई तो उसने पूरे माजरे को अपने पति के साथ साझा किया ।पति को भी अपने पिता के इस व्यवहार पर बड़ा ताज्जुब हुआ लेकिन उसने अपने पिता से कुछ नहीं कहा..., पति ने अपनी पत्नी को सलाह दी कि तुम सुबह उठते के साथ ही पिताजी का चश्मा साफ करके उनके कमरे में रख दिया करो ,फिर ये झमेला समाप्त हो जाएगा..., अगले दिन बहू ने ऐसा ही किया औऱ अपने ससुर के चश्मे को सुबह ही अच्छी तरह साफ करके उनके कमरे में रख आई ..., लेकिन फ़िरभी उस दिन वही घटना पुनः हुई औऱ ऑफिस के लिए निकलने से ठीक पहले ससुर ने अपनी बहू को बुलाकर उसे चश्मा साफ़ करने के लिए कहा..., बहू गुस्से में लाल हो गई लेकिन उसके पास कोई चारा नहीं था..., बहू के लाख उपायों के बावजूद ससुर ने उसे सुबह ऑफिस जाते समय आवाज़ देना नहीं छोड़ा..., धीरे धीरे समय बीतता गया औऱ ऐसे ही कुछ वर्ष निकल गए..., अब बहू पहले से कुछ बदल चुकी थी। धीरे धीरे उसने अपने ससुर की बातों को नजरअंदाज करना शुरू कर दिया और फ़िर ऐसा भी वक़्त चला आया जब बहू अपने ससुर को बिलकुल अनसुना करने लगी । ससुर के कुछ बोलने पर वह कोई प्रतिक्रिया नहीं देती औऱ बिलकुल ख़ामोशी से अपने काम में मस्त रहती..., गुज़रते वक़्त के साथ ही एक दिन बेचारे बुज़ुर्ग ससुर भी गुज़र गए..., समय का पहिया कहाँ रुकने वाला था,वो घूमता रहा घूमता रहा..., छुट्टी का एक दिन था। अचानक बहू के मन में घर की साफ़ सफाई का ख़याल आया । वो अपने घर की सफ़ाई में जुट गई । तभी सफाई के दौरान मृत ससुर की डायरी उसके हाथ लग गई ..., बहू ने जब अपने ससुर की डायरी को पलटना शुरू किया तो उसके एक पन्ने पर लिखा था-"दिनांक 26.10.2019, आज के इस भागदौड़ औऱ बेहद तनाव व संघर्ष भरी ज़िंदगी में,घर से निकलते समय,बच्चे अक्सर बड़ों का आशीर्वाद लेना भूल जाते हैं जबकि बुजुर्गों का यही आशीर्वाद मुश्किल समय में उनके लिए ढाल का काम करता है । बस इसीलिए, जब तुम चश्मा साफ कर मुझे देने के लिए झुकती थी तो मैं मन ही मन, अपना हाथ तुम्हारे सिर पर रख देता था क्योंकि मरने से पहले तुम्हारी सास ने मुझें कहा था कि बहू को अपनी बेटी की तरह प्यार से रखना औऱ उसे ये कभी भी मत महसूस होने देना कि वो अपने ससुराल में है औऱ हम उसके माँ बाप नहीं है ।उसकी छोटी मोटी गलतियों को उसकी नादानी समझकर माफ़ कर देना । वैसे मेरा आशीष सदा तुम्हारे साथ है बेटा.., डायरी पढ़कर बहू फूटफूटकर रोने लगी..., शिक्षा : आज उसके ससुर को गुजरे ठीक 2 साल से ज़्यादा समय बीत चुके हैं लेकिन फ़िर भी वो रोज घर से बाहर निकलते समय अपने ससुर का चश्मा साफ़ कर, उनके टेबल पर रख दिया करती है.. उनके अनदेखे हाथ से मिले आशीष की लालसा में.....जीवन में हम रिश्तों का महत्व महसूस नहीं करते हैं,चाहे वो किसी से भी हो, कैसे भी हो.......और जब तक महसूस करते हैं तब तक वह हमसे बहुत दूर जा चुके होते हैं ......! अपनी दुआओं में हमें याद रखें 🙏 बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ....सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ....! 🙏सुप्रभात 🌹 आपका दिन शुभ हो विकास शर्मा'"शिवाया" "सर्वधर्म समाधान" ©Vikas Sharma Shivaaya' ✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️ 🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 घर की नई नवेली एकलौती बहू एक प्राइवेट बैंक में बड़े ओहदे पर थी ,
✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️ 🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 घर की नई नवेली एकलौती बहू एक प्राइवेट बैंक में बड़े ओहदे पर थी , #समाज
read moreयशवंत कुमार
उल्लू और बाज (Read in Caption) #storytime #storytelling उल्लू और बाज बात बहुत पुरानी है। तब उल्लू और बाज दोनों सगे भाई थे। जब वो बहुत छोटे थे और उनके पंख भी नहीं उगे थ
#storytime #storytelling उल्लू और बाज बात बहुत पुरानी है। तब उल्लू और बाज दोनों सगे भाई थे। जब वो बहुत छोटे थे और उनके पंख भी नहीं उगे थ
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