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Divyanshu Rathore
'इसे तो भाई आप जानते ही होंगे। ऐसा लगता है भाई डिग्री लेने से कोई फायदा नहीं है। डोली चाय वाले भारत के नंबर वन चाय वाले हैं।जिसके यहां दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स चाय पीने के लिए आए थे। 'थैंक यू मैं दिव्यांशु राठौर आपसे विदा लेता हूं! ©Divyanshu Rathore #डोली #चाय #वाले के पास दुनिया के #सबसे अमीर #आदमी #बिल #गेट से #चाय #पीने के #लिए पहुंचे
Geetkar Niraj
vishwadeepak
डोली उठेगी तेरी, इन्वीटेशन हमारा भी होगा, उसके बाद, उठेगा जनाज़ा मेरा, आना तुम्हारा भी होगा.... ©Deepak Chaurasia #Hum_Tum #डोली उठेगी तेरी, इन्वीटेशन हमारा भी होगा, उसके बाद, उठेगा जनाज़ा मेरा, आना तुम्हारा भी होगा....
Pankaj Singh Chawla
रख के हाथ कलेजे उत्ते मेरा हाथ उसदे हाथ फड़ा दित्ता, सीखी सी जिहदा हाथ फाड़ के चलना, एक पल विच छूटा दित्ता।। #डोली 😍😄🌹 #कन्यादान #yqdidi #yqbaba #yqhindi #YourQuoteAndMine Collaborating with Bansari Rathod #kishu_maa Pankaj Chawla
Pankaj Singh Chawla
डोली जाण लगे जदों जों फुलियां दी रीत आई, वे वीरे वे बाबुला भर ले झोलियाँ, तेरी धी-रानी हूण आपने घर चली, तेनु दे के दुआवा तेरे घर भरया रहे, मेरे जाण तो कोई कमी न आवे, हर काम विच तू वाधे पाएं, भर ले झोलियाँ तेरी धी-रानी हूण आपने घर चली।। हर रीत दा अपना कोई महत्व हुँदा है, इहो जी एक रीत है डोली जान वेले जों फलियां कूड़ी अपने पीछे सूट के जांदी है, कूड़ी द बाबुल ते उसदे वीर झोलियाँ खड़े हुंदे ने ईसदा मतलब है कूड़ी नु लष्मी द रूप मंदे ने ते कूड़ी बाबुल दे घर तो विदा हो रही है ते अपने पीया दे घर जा रही है, उसके बाबुल का घर भी हरा-भरा रहे कोई कमी न आये उसके लिए वो दुआओ में हीरे मोतियों के रूप में जों फुलियो से अपने बाबुल ओर वीर दी झोलियाँ भर जाती है।। कूड़ी- लड़की धी-रानी - बेटी
Pankaj Singh Chawla
"आँख मेरी वी भर चली आ" मेरी सोह्निये आज डोली वेले आँख मेरी वी भर चली आ, भावे लोकी मजाक बनाऊँ पर सच आ, आँख मेरी वी भर चली आ, कहंगे लोकी वेखों दूल्हा वी रो पेया, ले के डोली जाना फेर वी ओ रो पेया, मुंडे दा क्यों दिल नही हुँदा उसदा की कोई नई हुँदा, मुंडे दी वी माँ बहन हुंदी, उसदी वी कुछ दिल दी हुंदी, दो पल पहला व्याही कूड़ी मेरे नाल हूण चली आ, सारी उम्र संभ्या जिस बाबुल ने उसदा लड़ छड़ चली आ, वेख के इह मेरा दिल वी डोळ्या, कीनी वड़ी कुर्बानी एह मेरे ते मेरे परिवार ली देन चली आ, इह वेख के आज आँख मेरी वी भर चली आ।। कई वारी डोली वेले वेखन नु मिल जांदा की मुंडा वी रो पेंदा है, पर लोकी उसनु मज़ाक बना लेंदे ने, क्यों मुंडिया दा दिल नी हुँदा, कूड़ी दा भाई बापू ओह वी मुंडे ने चलो ओह विदा कर रे ने अपने जिगर दे टुकड़े नु, पर दूल्हा भावे ले कर जा रिहा पर दिल ता उस विच वी है, मज़ाक न बने इस करके कई मुंडे आँखा विच ही हंजु छिपा लेंदे ने बाहर ही नी आउन देंदे, बस इना कहना चवांगा जे कदे किसे दी डोली वेले मुंडे नु रौंदा वेखों या उसदी आँखा वेख के समझ जाओ की ओ रो रिहा उसदा मज़ाक न बनाना इज्जत देना जी।।🙏🙏🌷🌷🙏🙏
@mehfil.e.gulzar
चमन में "बहार" का, डोली में "कहार" का, खाना में "अचार" का, मकान में "दीवार" का, बड़ा महत्व है।... #चमन #डोली #खाना #मकान #बड़ा #महत्व #tanishka #mehfil_e_gulzar #mehfil_e_100niG
Satya Prakash Upadhyay
#DaughtersDay क्यों होतीं हैं बेटियां ख़ास? जब समाज प्रश्न ये करता है,तब समझो उनकी स्थिति दयनीय है। है अवतार जो सरस्वती लक्ष्मी शक्ति की वो तो बस वन्दनीय हैं।। बेटियों से आता संस्कार,संस्कृति की वो जननी है। जिस घर मे हों बेटियां शुभता अवश्य हीं होनी है।। पायलों की रुनझुन बोली हो या मीठी तोतली बोली हो। माँ के आंचल की भोली हो या भाई के सर की रोली हो।। बचपन की प्यारी होली हो या परिवार के साथ दीवाली हो। सब की आंखे नम हो जाती जब आंगन से उठती डोली हो। सब खुशियों की झोली है,रौनक की मानो टोली है। पिता के आंगन की लाडली वो,सब तनाव हटाने की गोली है।। बड़ी बेटी होती जिस घर में,छोटों को होता दूसरी माँ का एहसास। कितना भी कर लूं वर्णन नहीं बता सकता क्यों बेटियाँ होतीं हैं ख़ास।। क्यों होतीं हैं #बेटियां ख़ास? जब #समाज #प्रश्न ये करता है,तब #समझो उनकी #स्थिति #दयनीय है। है #अवतार जो #सरस्वती #लक्ष्मी #शक्ति की वो तो बस #वन्दनीय हैं।। बेटियों से आता #संस्कार,#संस्कृति की वो #जननी है। जिस #घर मे हों बेटियां #शुभता #अवश्य हीं होनी है।।
GARIMA SINGH
चली गोरी छोरी सुनहरे सपनो की नगरी प्रेम नगर का राजा सजा के फूलों की डोली लोक लज्जा में लिपटी चुनरी माथे पर चमचमाती बिंदी हाथो में खनखनाती चूड़ी पैरो में पड़ी बेड़ी इस घर से चली उस घर डोली कभी खिलखिलाती,कभी मुस्कुराती कभी डरी सहमी सी गोरी सोच विचार में डूबी एक छोरी गोरी