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vishnu prabhakar singh
स्वीकृत सहनशीलता लिये एक दूजे के स्पंदन में जीविका से संस्कृति तक धी बेटी का यश पुरुषार्थ होगा न जब स्त्री पुरुष दोनों का संयोजन ही सृष्टि का आधार है...गृहस्थ जीवन का सार है...तो फिर बहुधा स्त्रियों पर ही क्यों की जाती है कविता?? PC: Pin
जब स्त्री पुरुष दोनों का संयोजन ही सृष्टि का आधार है...गृहस्थ जीवन का सार है...तो फिर बहुधा स्त्रियों पर ही क्यों की जाती है कविता?? PC: Pin #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqlove #कृतिकेकोलैब #रजनी_के_तजु़र्बे #स्त्री_पुरुष
read moreDivyanshu Pathak
दाम्पत्य भाव जीवन का सबसे बड़ा क्लास रूम है। सबसे बड़ा परीक्षा केन्द्र है। ईश्वर कुछ भी देने से पूर्व पात्रता की परीक्षा लेता ही रहता है। घर बसाने और चलाने के लिए कैसे कैसे पापड़ नहीं बेलने पड़ते। पति-पत्नी दोनों प्रात: जल्दी उठकर काम में लग जाते हैं। गृहस्थ जीवन को शारीरिक दृष्टि से मौज-मस्ती और भौतिक सुखों की चकाचौंध भी कहा जा सकता है। व्यक्ति का कर्ताभाव परिवार को नरक बना देगा। इसी को आ
गृहस्थ जीवन को शारीरिक दृष्टि से मौज-मस्ती और भौतिक सुखों की चकाचौंध भी कहा जा सकता है। व्यक्ति का कर्ताभाव परिवार को नरक बना देगा। इसी को आ
read more✍️ लिकेश ठाकुर
तेरी खुशबू में जी रहे हम, तेरी चाहत कभी ना हो कम। खुल के ऐतबार मुझसे कर लेना, मोहब्बत में दगा ना करेंगे हम। छोटे-छोटे ख्वाब बुने हम, साथ निभाये दोनों हरदम। कभी तुम रूठो मैं मनाऊँ, प्यार हमारा न हो कभी कम। गहरे छिछले सागर के जैसा, विश्वास हो अपना सदृढ़। दुख हो सुख हो कुछ पल, सपनें देखे खुशनुमा हो कल। अपने कदम गृहस्थ जीवन में, बढ़ते चले खुशियां पल-पल। तुम भी इतना समझ लेना, प्यार कभी नहीं होगा कम। तेरी खुशबू से जी रहे हम, तेरी चाहत कभी ना हो कम।। तेरी खुशबू में जी रहे हम, तेरी चाहत कभी ना हो कम। खुल के ऐतबार मुझसे कर लेना, मोहब्बत में दगा ना करेंगे हम। छोटे-छोटे ख्वाब बुने हम, साथ नि
तेरी खुशबू में जी रहे हम, तेरी चाहत कभी ना हो कम। खुल के ऐतबार मुझसे कर लेना, मोहब्बत में दगा ना करेंगे हम। छोटे-छोटे ख्वाब बुने हम, साथ नि #कविता
read moreSwarima Tewari
अपनी-अपनी मोहब्ब़त के हम मुरीद ही भले तुम विवेकानंद, तो हम भी मीरा हो चले मुरीद ~ शिष्य, चेला, अनुगामी, fan "तुमने मेरे इश्क़ की मोहमाया छोड़कर वैराग्य का हाथ थामा, तो मैंने भी सब छोड़कर तुम्हारी मोहब्बत में खुद को
मुरीद ~ शिष्य, चेला, अनुगामी, fan "तुमने मेरे इश्क़ की मोहमाया छोड़कर वैराग्य का हाथ थामा, तो मैंने भी सब छोड़कर तुम्हारी मोहब्बत में खुद को #devotion #hindiquotes #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqdidiquotes #yqdidihindi #pc_googleimages
read moreSwati Tyagi
#शादी एक बहुत ही #महत्वपूर्ण #फैसला हैं लेकिन इसके अलावा भी कुछ लोगो के लिए बहुत सारी समान mehatav रखने वाली चीजे होती हैं और कुछ के लिए #MyThoughts #विचार #myopinion #लक्ष्य #गृहस्थ #swatityagi #MeriChaupal #21se25meshadi
read moreTarot Card Reader Neha Mathur
♥️♥️करवाचौथ♥️♥️ उमंग हर्षोल्लास के साथ करवाचौथ का त्यौहार विवाहिता मना रही है सुहागन हाथों में पिया का नाम हिना संग पने हिय में मिला रही है, ♥️♥️♥️♥️ उठ नितांत भोर सरगई कर उपवास का प्रारंभ पवित्र मन से कर रही है चंद्र दर्शन तक निराहार रख कर पिया की सुख समृद्धि की प्रार्थना कर रही है, ♥️♥️♥️♥️ सोलह श्रृंगार में सजी दुल्हनिया आज पिया का पथ निहार रही है चूड़ी बिछुए,माथे की बिंदिया,पायल कंगना रूनझून कर पुकार रही है, ♥️♥️♥️♥️ व्रत निर्जला रख,पति की लंबी उम्र का वरदान परमात्मा से माँग रही है नेह बंधन में,सत्य वचनो में सौ जन्मों की डोरी पिया हृदय से बाँध रही है, ♥️♥️♥️♥️ प्रीत रीत में ओढ़ चुनरिया पिया नाम की मन में छवि उनकी निहार रही है बुरी बला से बचे रहे सात जन्मों के साथी बारम्बार नज़र उतार रही है, ♥️♥️♥️♥️ चन्द्रमा को अर्क देकर श्रद्धापूर्वक पुजा करके रीत करवाचौथ की निभा रही है खुशियों का अंबार सुनहरा गृहस्थ जीवन में अपने पवित्र प्रेम से सजा रही है। कोरा काग़ज़ महाप्रतियोगिता:- पहला चरण कविता ♥️♥️करवाचौथ ♥️♥️ उमंग हर्षोल्लास के साथ करवाचौथ का त्यौहार विवाहिता मना रही है सुहागन हाथों म
कोरा काग़ज़ महाप्रतियोगिता:- पहला चरण कविता ♥️♥️करवाचौथ ♥️♥️ उमंग हर्षोल्लास के साथ करवाचौथ का त्यौहार विवाहिता मना रही है सुहागन हाथों म #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #KKजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #KKजन्मदिन_1 #KKHBD2022 #kkजन्मदिनमहापोतियोगिता
read moreSugandh Mishra
मुक्ति की अभिलाषा - एक आत्मसंवाद Full poetry in caption आत्मसंवाद मृग भटके वन वन पर कस्तूरी ना पाए , एक सुगंध की चाह में , चन्हुओर दौड़ लगाए । १ हर आकांक्षा पूर्
Full poetry in caption आत्मसंवाद मृग भटके वन वन पर कस्तूरी ना पाए , एक सुगंध की चाह में , चन्हुओर दौड़ लगाए । १ हर आकांक्षा पूर् #Salvation #मुक्ति
read moreC J
मैं छत पर खड़ा, कुछ सोच रहा था, न जाने किस खोज में, मत्था खरोंच रहा था।। Jagarwad Full piece in the caption 👇🙇 #society #longform #people #chetanyajagarwad #thoughts मैं छत पे खड़ा कुछ सोच रहा था, ना किस खोज में मत्थे को खरोंच रहा था, विचार मगन निगाह
society #longform #people #chetanyajagarwad thoughts मैं छत पे खड़ा कुछ सोच रहा था, ना किस खोज में मत्थे को खरोंच रहा था, विचार मगन निगाह
read moreAB
" कात्यायनी " चंद्र हासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानवघातिनि नवरात्रि का छठा दिन माता कात्यायनी को समर्पित है। इस दिन भक्तगण देवी कात्यायनी के स्वरुप की उपासना कर उनका आशीर्वाद पाते हैं। ब्रज मं
नवरात्रि का छठा दिन माता कात्यायनी को समर्पित है। इस दिन भक्तगण देवी कात्यायनी के स्वरुप की उपासना कर उनका आशीर्वाद पाते हैं। ब्रज मं
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