Find the Latest Status about रिमझिम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रिमझिम.
DR. SANJU TRIPATHI
प्रेम कहानी वो नदी का किनारा वो बारिश का पानी, हमें याद आती है हमारी गुजरी जवानी। तू तो था मेरा राजा और मैं थी तेरी रानी, मिलकर बनानी थी हमको प्रेम कहानी। वादे भी किए थे और खाई थी कसमें भी, जाने क्यों तेरे बगैर बीत रही जिंदगानी। इश्क की राहों में हमें संग संग चलना था, फिर क्यों हैं हम आज अंजाना व अंजानी। हमें अपने ख्वाबों को हकीकत बनाना था, जाने क्यों जिंदगी में आई वो रात तूफानी। जिंदगी को दोनों को प्यार से सजाना था, फिर क्यों न सजी जब प्यार भी था नूरानी। मेरी आँखें आज भी बरखा सी बरसती हैं, पर हमको पड़ती है हर एक बात छुपानी। "संजू" की सोची हुई हर बात गलत निकली, सब खत्म हो गया अधूरी रह गई प्रेम कहानी। #रिमझिम #kkरिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिमगज़ल #विशेषप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़
Dr Upama Singh
बरसात की ख्वाहिश बरसात का मौसम कहांँ हम कहांँ तुम रिमझिम बरसते बादल पुकारता तुझे मेरा आँचल अब तो लौट आओ सजन दिल में जगी है प्रेम अगन बारिश की बूंँद बन बरस जा मुझ पर समंदर बन समेट लूंँ हर बूंँद को बारिश के बहाने दिल के तराने ढूंँढें दिल तुझसे मिलने के बहाने बस तेरे संग भीग लूंँ यही ख्वाहिश है आज भी हमें उस बारिश की तलाश है #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #रिमझिमकविता #kkरिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिम #collabwithकोराकाग़ज़
Krish Vj
1) कविता :-रिमझिम बिन तेरे तपन को बढ़ाती है यह बारिश की बूँदें मन को मेरे, तिल तिल जलाती बारिश की बूँदें सावन अधूरा तुम बिन, आँखों में ये नमी सी है भीगता सिर्फ़ यह तन, मन सुखाती है यह बूँदें मिट्टी की महक याद दिलाती, सोंधी खुशबु तेरी प्यासा हूँ, सावन में भी, बरसती बारिश की बूँदें यादों का सावन निराला, ताकती पलकें मेरी ये यार कहाँ मिलने वाला, 'तड़पाती' मुझे यह बूँदें रिमझिम बरसती घटायें, ये ख़्वाब तोड़ जाती है मिलन होगा सावन में, पर रह जाती है यह बूँदें #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #kkरिमझिम #रिमझिमकविता #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिम
DR. SANJU TRIPATHI
कभी जो बरसती है बरखा कभी जो बरसती है बरखा तो हम भी रोकर अश्कों को छुपा लिया करते हैं। दिल में तन्हाई पलती है पर फिर भी लबों पर मुस्कान सजा लिया करते हैं। जिंदगी में जिम्मेदारियांँ व फर्ज निभाने में कई ख्वाहिशें अधूरी ही रह गई हैं, हृदय की बंजर जमीन पर कल्पनाओं के फूल खिला खुश हो लिया करते हैं। प्रियतम तुम बिन जीवन मेरा पतझड़ के जैसा उजड़ा-उजड़ा सा लगता है, विरह के गीतों की तुरपाई से ही विरह के घावों को हम भर लिया करते हैं। एक दूसरे के दिल की धड़कन बनकर एक दूजे के दिल में ही हम रहते हैं। मिट जाएगी एक दिन सदियों की दूरी इसी आस में रोज जी लिया करते हैं। तुम बिन मुरझा गया है मेरे प्रेम का पुष्प, जानता हूंँ फिर से ना खिल पाएगा, तू है सांँसो में मन में जुगनू सा जलकर रातों में ख्वाबों में मिल लिया करते हैं। प्रेम के दीपों के संग गमों का समंदर दिल में लिए हम जीवन जिए जा रहे हैं, हाल-ए-दिल छुपाकर अपनी मुस्कुराहट से महफिलों को सजा लिया करते हैं। #रिमझिम #kkरिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिमकविता #विशेषप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़
Tarot Card Reader Neha Mathur
आज उनकी शोख अदाओं की बरसात हो रही है एहसास-ए-बूंदों की आसमां-ए-आरज़ू से मुलाकात हो रही है, संदल ख्वाहिश बाहों मे आने की राज-ए-बात हो रही है हिज्र में रूह-ए-तन्हाई की तासीर घात हो रही है, साकी की अदाओं से मयखाने में करामात हो रही है हुस्न की आशिकी पर नज़राना-ए-इनायात हो रही है, सुर्ख गुल की गुलशन-ए-बहार से खुशनुमा नग़्मात हो रही है मेरे शोख लबों की तेरी आंखों से सवालात हो रही है, दिल-ओ-ज़हन पर तेरी दिवानगी की असर की बात हो रही है तेरी मोहब्बत-ए-इबादत की मुझपर टूटकर बरसात हो रही है। दूसरा चरण:- रिमझिम गज़ल #creditgoogleimages #रिमझिम #kkरिमझिम #कोराकागजरिमझिम #रिमझिमग़ज़ल #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगित
Nitesh Prajapati
रिमझिम (ग़ज़ल) रिमझिम बारिश की बूँदे बदलती है अपना रूप, कभी भाप तो कभी पानी लेकिन बरसती है तो धरा पर। साफ करती है यह पत्तों की धूल और देती है नवचेतन, लेकिन ओस की बूँदे गिरती है तो सिर्फ धरा पर। बारिश की बूँदे दो प्रेमियों को भीगाकर कराती है मिलन, दोनों को नई जिंदगी देकर गिरती है तो सिर्फ धरा पर। धरतीपुत्र के चेहरे पर चमक और मन को सुकून, देकर बरसती है रिमझिम बारिश की बूँदे धरा पर। भाप की बूँदे चाहे कितना भी छुप ले बादल में, सावन उसे गिराता है हमेंशा अपनी प्रेयसी धरा पर। -Nitesh Prajapati रचना क्रमांक :-2 #रिमझिम #kkरिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिमग़ज़ल #विशेषप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़
N
वो बरसात की रात वो रूख़-ए-महताब सिखाया मुझे लिखना इश्क़ ए किताब, वो महकी सी ख़ुशबु वो भीगी सी रात वो आब-ओ-हवा वो महबूब का साथ, वो जश्न-ए-इश्क़ वो महकी सी कशिश मुकम्मल होने आयी दिल में रखी हुई बात, पहलू में बैठ नज़रों से बातें करते रहें इश्क़ की सीढ़ी चढ़ते रहें ना गुज़र जाए रात PC:- pixhome #रिमझिम #kkरिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिमग़ज़ल #विशेषप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #yqdidi
Vedantika
ये रिमझिम बारिशें अक्सर लाती है ग़म और तेरी यादें। बरस जाती है ये लम्हों मे लाती है ग़म और तेरी यादें। गिरती थी बिजलियाँ फ़लक़ से तुमको करीब लाती थी, आज भी बिजली बनकर मिलने आए हम और तेरी यादें। भीग जाने को मैं घर से जानकर बिन छाते निकलता हूँ, कही आने से पहले ही न लौट जाओ तुम और तेरी यादें। ज़माने को ख़बर हैं बारिशों से मेरी मोहब्बत की दास्तां, उसने भी पढ़ी है मेरे चेहरे पर आँखें नम और तेरी यादें। मिलना होगा न जाने कब उस जहां में ‘आकांक्षा’ अधूरी है, दिल की धड़कनों का सहारा हो तुम हरदम और तेरी यादें। #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #रिमझिम #kkरिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिमग़ज़ल #क़िर्तास_ए_ज़ीस्त
Nitesh Prajapati
"रिमझिम बारिश" टूटता है जब धरा के, सब्र का बांध, गिरती है रिमझिम बारिश की बूंँदे, धरा की प्यास बुझाने के लिए। धरतीपुत्र की जान में जान आती है, और नये बीज में अंकुर फूटते हैं, पत्तों से ओस की बूंँदे गिरती है और, एक आशिक को अपनी प्रेयसी याद आती है। गली मोहल्लों में पानी का प्रवाह बहता है, बच्चों को कागज़ की नाव याद आती है, और एक दूर बैठे प्रीतम को, अपनी प्रियतमा याद आती है। रिमझिम बारिश है, एक ऐसा अनछुआ अहसास, के कोई भीगता है मीठी यादों से, तो कोई भीगता है अपने आँसूओ से। -Nitesh Prajapati रचना क्रमांक :-1 #रिमझिम #kkरिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिमकविता #विशेषप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़
Vedantika
रिमझिम बारिश में भीग जाने दो मुझे। धुल जाएंगी मेरे मन की शिकायते। बह जाने दो हर ग़म अश्क़-ए-फ़लक में, टूट जाने दो ज़माने भर की रवायतें। एक बार फिर बना लो तुम काग़ज़ की नाव, ले चलो मुझको बारिश की नदिया के पार। प्यासी वसुंधरा का साथ मुझकों निभाने दो। बस एक बार आज बारिश में भीग जाने दो। छाने दो हरितिमा खिलने दो कुदरत को, माटी की सुगंध इन हवाओं में बहने दो। आज मेरे बचपन को मुझसे मिलने दो। आज आखिरी बार बारिश में भीगने दो। बस एक आखिरी बार……… इतनी ही गुजारिश है……… #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #रिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #kkरिमझिम #रिमझिमकविता #क़िर्तास_ए_ज़ीस्त